बिहार के वैशाली जिले (Vaishali Student Protest) के एक सरकारी स्कूल में सुविधा न होने पर छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. महनार के बालिका उच्च विद्यालय की छात्राएं क्लास में बैठने की व्यवस्था नहीं होने पर सड़क पर उतर गईं और रोड जाम कर दिया. इतना ही नहीं, छात्राओं ने बीईओ की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की.
छात्राओं के प्रदर्शन और तोड़फोड़ का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें छात्राएं शिक्षा विभाग के अधिकारी की गाड़ी में तोड़फोड़ करती नजर आ रही हैं. आक्रोशित छात्राओं को रोकने के दौरान एक एसआई घायल हो गईं. घायल SI पूनम कुमारी को चोटें आई हैं. जिन्हें महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

स्कूल में प्रदर्शन करती छात्राएं, लोगों की लगी भीड़
(फोटो: क्विंट हिंदी)
क्यों उग्र हो गईं छात्राएं?
महनार बालिका उच्च विद्यालय में सुविधाओं का अभाव है. बेंच-डेस्क नहीं रहने से नाराज छात्राओं ने विद्यालय के सामने महनार महिउद्दीनगर NH 122 B को जाम कर दिया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी. घटना की सूचना के बाद महनार थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर उग्र छात्राओं को शांत कराने का प्रयास किया.

बीईओ की क्षतिग्रस्त गाड़ी
(फोटो: क्विंट हिंदी)
स्कूली छात्राओं ने महिला पुलिस अधिकारी पर थप्पड़ चलाने का भी आरोप लगाया. जिससे गुस्साए छात्राओं ने महनार BEO के गाड़ी पर जमकर पत्थर बरसाए और पूरी गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी.

छात्राओं को समझाती महिला पुलिसकर्मी
(फोटो: क्विंट हिंदी)
बताया जा रहा है कि पुलिस और बच्चियों में हाथापाई भी हुई है. वहीं, दो पुलिसकर्मियों के चोटिल होने की भी बात सामने आ रही है.
स्कूल प्रशासन के मुताबिक बच्चों को बहकाया गया है. इसके बाद ही बच्चों ने सड़क जाम कर दिया और तोड़फोड़ की. वहीं, छात्राओं का कहना है कि स्कूल में बैठने का कोई भी साधन नहीं है. जिससे स्कूल में उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
यहां मेन समस्या क्लासरूम में बैठने का है. मंगलवार, 12 सितंबर को छात्राओं को बैठने की जगह नहीं मिली तो उन्होंने बाहर जाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. छात्राओं ने सड़क जाम कर दिया. हमने मामले का संज्ञान लिया है. हमने दो पालियों में क्लास चलाने का निर्णय लिया है.नीरज कुमार, एसडीओ महनार
"शिक्षा विभाग को लिखी जाएगी चिट्ठी"
महनार थाने की पुलिस अधिकारी पुष्पा कुमारी ने मामले को लेकर कहा "बच्चियों ने मिलकर गाड़ी पर पथराव किया है. हमने उन्हें बहुत संभालने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया. बच्चियां गलती पर गलती किए जा रही हैं. बच्चों को शांति से बैठकर बातचीत करने को कहा, लेकिन उन्होंने बात नहीं की. बच्चियों की मांग को लेकर शिक्षा विभाग को चिट्ठी लिखी जाएगी."
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