क्या आपने कभी सोचा है कि नेटवर्क-18 नाम में आखिर ‘18’ संख्या ही क्यों चुनी गई?
इस ‘18’ को लेकर मीडिया के पंडित अब तक काफी चर्चा कर चुके हैं. इस बारे में नेटवर्क-18 के संस्थापक राघव बहल ने खुलासा किया है.
जब राघव बहल ने 1991 में अपनी कंपनी शुरू की, तो उन्होंने कॉ-फाउंडर्स संजय रॉय चौधरी और सीबी अरुण कुमार से कंपनी का नाम सुझाने को कहा. ये दोनों जब तक कुछ नाम लेकर राघव बहल के पास आते, तब तक राघव ये तय कर चुके थे कि कंपनी का नाम टीवी-18 होगा. उन्होंने बताया कि ‘18’ ही क्यों?
इस नाम और कंपनी से जुड़ी पूरी कहानी नई किताब Network 18 : The Audacious Story of a Start-up That became a Media Empire में दर्ज हो चुकी है.
इस किताब का पोर्टफोलियो पेंगुइन ने प्रकाशित किया है. किताब 19 सितंबर, 2016 को लॅान्च होने जा रही है. इस किताब की एडवांस प्रतियां बुक स्टोर्स पर और ऑनलाइन उपलब्ध हैं.
कैमरा: संजय देब
वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया
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