वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
दिल्ली के शाहीन बाग में एंटी-CAA के खिलाफ चल रहे धरने के दौरान भड़काऊ बयानबाजी पर शरजील इमाम के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया, लेकिन बिहार के जहानाबाद के गांव काको में रह रहे उनके परिवार की एक अलग ही छवि है. 2017-18 में उनके परिवार ने NH-110 के पास की 1,000 स्क्वायर फीट जमीन मंदिर के लिए दान दी थी. इस जमीन की कीमत आज करीब 30-35 लाख रुपये होगी.
मंदिर कमेटी के सदस्य सुजीत गुप्ता बताते हैं कि शरजील का मकान मंदिर के बगल में ही है. पहले से ही उनकी जमीन वहीं थी, तो उन्होंने जमीन दान दे दी. शरजील इमाम के भाई मुजम्मिल इमाम बताते हैं कि हमारे घर पर काम करने वाले लोगों ने छोटा सा मंदिर बनाया था जहां वो पूजा किया करते थे. सालों से ऐसे ही चला आ रहा था.
उसी मंदिर के पास हम मार्केट बना रहे थे तो हमारे दिमाग में ये ख्याल आया कि मंदिर पास में ही है तो किस तरह का नक्शा बनाया जाए ताकि दोनों चीजें सुरक्षित रहें. तब सबकी जुबान से यही बात निकली की अब वो जमीन आस्था का केंद्र बन चुकी है. जहां मंदिर का निर्माण हुआ था, उसको मंदिर कमेटी को दान किया जाए. अगस्त 2017 में हमने कोर्ट के आदेश से वो जमीन मंदिर कमेटी को दान कर दी, जिसमें बाद में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ.मुजम्मिल इमाम, शरजील इमाम के भाई
शरजील इमाम पर असम और पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में अपनी टिप्पणी के लिए न्यायिक हिरासत में लिया गया है. दिल्ली पुलिस ने 28 जनवरी को बिहार में उनके गृहनगर जहानाबाद से गिरफ्तारी की थी. पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश के बाद 19 फरवरी को उन्हें असम पुलिस को सौंप दिया गया था.
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