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IT रेड के बाद सोनू सूद का सबसे बेबाक इंटरव्यू- "मैं रुकने वाला नहीं"

Sonu Sood Interview: 20 करोड़ के टैक्स चोरी के आरोप पर सोनू ने क्विंट से खुलकर बातचीत की.

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आयकर विभाग ने सोनू सूद के ऑफिस, घर और उनसे संबंधित जगहों पर लगातार 4 दिन रेड डाली. इस रेड के बाद आयकर विभाग ने सोनू सूद पर 20 करोड़ की आयकर चोरी का आरोप लगाया है. सोशल मीडिया पर लोग कहते हुए देखे गए कि सोनू सूद के आम आदमी पार्टी के 'देश के मेंटर' प्रोग्राम के ब्रांड अम्बेसडर बनने की वजह से बदले की भावना से केंद्र सरकार द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है.

रेड खत्म होने के बाद सोनू ने कहा कि कुछ मेहमान आये थे, हमने उनका स्वागत किया, उन्हें जो चाहिए था हमने दिया. वो अपना काम कर रहे थे, हम अपना काम कर रहे हैं. लोगों की सेवा का काम जारी रहेगा.

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क्विंट ने इन सभी बातों पर सोनू सूद से खास और एक्सक्लूसिव बातचीत की. सोनू सूद ने सभी मुद्दों पर बेबाकी से जवाब दिया.

अभी जो IT रेड हुआ, क्या आपने ऐसी उम्मीद की थी?

बचपन मे सुना था कि जब आप जिंदगी में कुछ सही करना चाहते हैं, तो मुश्किलें बड़ी आती हैं, वो पेरेंट्स सिखाते आये, पर एक्सपीरियंस .. जब आप घुसते हैं उस लाइन में तब पता चलता है. उन्होंने हमेशा सिखाया कि जब आप धारा के विपरीत तैरने की कोशिश करते हैं तो ऊर्जा बहुत लगती है, लेकिन मंजिल जल्दी मिल जाती है.

हम लोग देखते हैं कि एक्टर्स और पॉलिटिशियन्स के घर मे रेड होती है. इसका प्रोसेस क्या है? क्या आपने इसके बारे में कभी कल्पना की थी? ये सब कैसे हुआ था?

हर चीज एक साथ होती है. मैं भी उनसे पूछ रहा था कि करते कैसे हो भैया..? हमें भी बताओ कि प्रोसेस क्या है? उन्होंने बताया कि, एक जगह सब टाइमिंग सेट होता है कि हम 6 बजे जाएंगे, तो सब जगह.. ऑफिस, घर, रिश्तेदार. सब जगह एक साथ पहुंचते हैं वो लोग, एक साथ डोर नॉक होते हैं.

हमनें गेस्ट्स का स्वागत किया. सुबह 6, सवा 6 बजे मेहमान दरवाजे पर आए. हमने कहा, आपका स्वागत है. चलिए.. आपको अभी तक का सबसे आसान और बेहतरीन एक्सपीरियंस कराते हैं. मैंने बोला, जब आप जाएंगे यहां से जब भी, 3-4 दिन बाद, तो आपको यह कहना चाहिए कि, यार.. बड़ा ईजी था वहां पर, बहुत मजा आया.

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आपकी फैमिली ने कैसे रिएक्ट किया? वाइफ, बच्चे? क्या वे परेशान हुए? दरअसल यह बहुत ही चिंताजनक माहौल था.

निश्चित रूप से, मेरा बेटा थोड़ा परेशान था कि घर से बाहर क्यों नहीं निकल सकते. वो बच्चे हमेशा जानना चाहते रहते हैं न.. कि घर से बाहर नहीं निकलना है, आप मोबाइल नहीं ले सकते.
लेकिन, महत्वपूर्ण बात यह थी कि काम है, प्रोसेस है, करना जरूरी है.

ये जो IT अथॉरिटीज हैं, उन्होनें आरोप लगाया है कि उन्हें 20 करोड़ के टैक्स का हेरफेर पकड़ा है. वे कैसे इस नतीजे पर पहुंचे? आपकी इस पर क्या प्रतिक्रिया थी?

कोई भी चीज के लिए, पेपर मांगे जाते हैं, उसका बड़ा लंबा प्रोसेस होता है और आपके पास ऐसा नहीं होता कि 10 साल पुराने पेपर्स बिल सब आपके पास पड़े होंगे. अभी मैं ही आपके पास आऊंगा कि मुझे आप बताओ कि 10 साल पहले ये था या वो था, उसका पूरा ब्योरा दिखाइये. यह खोजना आसान नहीं होता है. निश्चित रूप से, सभी चीजों को एक साथ सामने रखना, यह समय लेता है. इस देश का नागरिक होने के नाते, देश के कानून मानने के नाते, मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि सब कुछ सही तरीके से हो और सभी नियम कानून माने जाएं.

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आप क्या सोचते हैं कि IT रेड पॉलिटिकली मोटिवेटेड थे? क्योंकि इसकी टाइमिंग ऐसी थी. जब आपने आम आदमी पार्टी के 'देश के मेन्टर प्रोग्राम' के बारे में अनाउन्स किया, उसके बस कुछ ही दिनों बाद.

मेरी माता जी प्रोफेसर थीं, उन्होंने सारी जिंदगी पढ़ाया है. हम लोगों ने स्कूल कॉलेजों में बच्चों को पढ़ाया है. लेकिन, जब दिल्ली की सरकार ने मुझे बोला कि हम 'देश के मेन्टर' प्रोग्राम बना रहे हैं और हम लोगों को पढ़ाना चाहते हैं, तो मुझे बहुत कमाल का लगा. अरविंद जी का विजन बड़ा कमाल का था, जब मुझे एक्सप्लेन किया, मैं बहुत खुश हुआ कि कम से कम जिन बच्चों को ये नहीं क्लियर रहता कि हमें क्या करना चाहिए.

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