ऐसा लगता है कि लोगों ने केरल के कोल्लम में हुई त्रासदी से कोई सबक नहीं सीखा है. पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी के कारण आग से 109 लोगों की मौत हो गई थी.
इस बार केरल के त्रिशूरपुरम मंदिर में आतिशबाजी देखने हजारों लोग जमा हो गए. दरअसल, परंपराओं के नाम पर इस तरह की भयावह आतिशबाजी की जाती है.
कुछ स्थानीय लोग चाहते हैं कि आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगना चाहिए. हालांकि हाईकोर्ट और राज्य सरकार ने इसकी इजाजत दे दी है. वहीं कुछ लोग चाहते हैं कि सावधानी के साथ ऐसी आतिशबाजी होती रहनी चाहिए.
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