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गुजरात की आवाज:‘देसी दारू बंद हो’, ‘सरकार ने अंधों की बहुत मदद की’

‘गुजरात की आवाज’ में जनता बता रही है अपने मुद्दे.

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गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है. इसे देखते हुए तमाम राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने की कोशिश में लगी हैं.

क्विंट ने गुजरात विधानसभा से जुड़ी हर खबर आप तक पहुंचाने की खास तैयारी की है. हम गुजरात की आम जनता से बात करके उसके मन की बात आप तक पहुंचा रहे हैं. ‘गुजरात की आवाज’ में जनता बता रही है अपने मुद्दे.

देखिए नोटबंदी से लेकर देसी दारू जैसे मुद्दों पर क्या है लोगों की राय?

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'देसी दारू बंद होनी चाहिए'

19 साल की मनाली पटेल कंप्यूटर इंजीनियरिंग की छात्रा हैं. मनाली का कहना है कि देसी दारू सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है, जिससे लोगों को हेल्थ प्रॉब्‍लम होती है, लेकिन नेता इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं देते.

गुजरात में नेता भाषण के दौरान बोलते हैं कि दारूबंदी है है. लेकिन वो लोग सिर्फ कह रहे हैं, समस्या को नहीं समझ पा रहे. जिन राज्यों में दारूबंदी नहीं है, वहां कोई समस्या नहीं है.
मनाली पटेल, गुजरात

मनाली ने कहा कि चुनाव के दौरान नेता खुद दारू बेचते हैं, वो इससे होने वाले नुकसान को नहीं समझते हैं.

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'मोदी जी, प्लीज कोई भी फैसला लेने से पहले बता दें'

24 साल की मैत्री कुवर सूरत की मतदाता हैं. मैत्री को सरकार की नोटबंदी योजना से काफी धक्का लगा है. उनका कहना है कि पीएम मोदी को इस बारे में पहले इंफॉर्म करना चाहिए था.

मोदी जी ने कुछ अच्छा भी किया है और कुछ ऐसी भी किया है, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है. जैसे 2016 में अचानक बिना बताए नोटबंदी लागू कर दी गई. पहले हमें मालूम होता, तो सतर्क हो जाते.
मैत्री कुवर, सूरत
मोदी जी से हमारी गुजारिश है कि वो कुछ भी अच्छा या बुरा करें, हम लोगों को पहले जानकारी दे दें. अभी मोदी जी का नाम हर जगह चल रहा है. हर कोई मोदी जी की तरफ ही है.
मैत्री कुवर, सूरत
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'GST से मेरी 40% सेल गिर गई'

31 साल के चेतन अग्रवाल गुजरात के सूरत में व्यापारी हैं. चेतन ने बीजेपी सरकार की तारीफ भी की, लेकिन जीएसटी की वजह से थोड़ी नाराजगी भी जाहिर की.

जीएसटी का मेरे बिजनेस पर काफी असर पड़ा है. अब हम बीजेपी को सपोर्ट नहीं करेंगे. पहले दिनभर में 1000 रुपये की सेल होती थी. अब ये घटकर 600 रुपये पर आ गई है. दिवाली पर पहले 1500 की सेल होती थी, अब 1200 रुपये की होती है.
चेतन अग्रवाल, सूरत
ग्राहकों की खरीद क्षमता खत्म हो चुकी है. आज कपड़ा भी एक लग्जरी आइटम बन गया है.
चेतन अग्रवाल, सूरत
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'सरकार ने अंधे लोगों के लिए बहुत कुछ किया'

50 साल रणछोड़ सोनी अहमदाबाद में 'ब्लाइंड पीपल्स एसोसिएशन' के कोऑर्डिनेटर हैं. रणछोड़ का कहना है बीजेपी सरकार ने अंधे लोगों की काफी मदद की है.

इस सरकार ने अंधे और विकलांग लोगों के लिए काफी कुछ किया है. पहले बड़े-बड़े इवेंट में अंधे या विकलांग लोगों को शामिल नहीं किया जाता था. लेकिन अब सरकार खुद इन लोगों को शामिल कर रही है.
रणछोड़ सोनी, अहमदाबाद

रणछोड़ ने बताया कि सरकार खेल महाकुंभ आयोजित करती है. उसका पूरा खर्चा खुद उठाती है. रणछोड़ सोनी के मुताबिक, ये बहुत बड़ी बात है, लेकिन सबसे बड़ी उपलब्धि तब होगी, जब सभी डिपार्टमेंट आरक्षण के नए नियमों का पालन करें.

गुजरात की आवाज सुनने के लिए यहां क्लिक करें.

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