ADVERTISEMENTREMOVE AD

'दिल्ली पुलिस के जवानों ने नशे में मारपीट की": धरने पर बैठे पहलवानों का आरोप

Wrestlers Protest: झड़प में दो पहलवान घायल, जबकि सोमनाथ भारती, स्वाति मालीवाल और दीपेंद्र हुड्डा हिरासत में लिए गए

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा

दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस नशे में धुत जवानों के एक समूह ने बुधवार, 3 मई की देर रात उन पर हमला किया. उनका आरोप दावा है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की और महिला पहलवानों के साथ दुर्व्यवहार किया. आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने कई पहलवानों के सिर पर वार किए और उनमें से दो का सिर फट गया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जंतर-मंतर पर देर रात पूरा बवाल शुरू कैसे हुआ?

बुधवार को दिन भर हुई बारिश के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और मालवीय नगर से विधायक सोमनाथ भारती पहलवानों के लिए फोल्ड होने वाला खाट लेकर जंतर-मंतर पहुंचे. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा कि सोमनाथ भारती ने इसकी अनुमति नहीं ली थी.

इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई, जिसमें पहलवान भी शामिल हो गए. भारती को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया था. इसके बाद अन्य नेता और कार्यकर्ता जल्द ही जंतर-मंतर पर पहुंच गए, जिससे बवाल और बढ़ गया.

पहलवानों के साथ हुआ?

झड़प के कारण कुछ पहलवान घायल हो गए, जिनमें विनेश फोगाट के चचेरे भाई दुष्यंत फोगाट भी शामिल हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. इस बीच, विनेश फोगाट ने दावा किया कि शराब के नशे में पुलिस अधिकारियों ने हाथापाई के दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार किया.

"पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और धक्का-मुक्की की. महिला पुलिसकर्मी कहां थीं? यदि आप हमें मारना चाहते हैं, तो हमें मार दें. क्या हमने यह दिन देखने के लिए देश के लिए मेडल जीते? हमने अपना खाना भी नहीं खाया है. क्या हर पुरुष को महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने का अधिकार है? इन पुलिसकर्मियों के पास बंदूकें हैं, ये हमें मार सकते हैं."
विनेश फोगाट

बजरंग पुनिया ने जंतर-मंतर पहुंचकर पहलवानों की मदद करने का आग्रह करते हुए किसानों से समर्थन मांगा है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "दिल्ली पुलिस की मनमानी अब नहीं चलेगी. हम किसानों को यहां बड़ी संख्या में इकट्ठा होने के लिए बुलाएंगे. हम इसे अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे. ट्रैक्टर या ट्रॉली, जो कुछ भी मिलता है, बस यहां आ जाओ. मैं सभी से गुरुवार सुबह तक दिल्ली पहुंचने का अनुरोध करता हूं. यही समय है. यदि अब नहीं, तो कब? यह हमारी बेटियों की गरिमा का सवाल है. बृजभूषण जैसे लोग अपराधी होने के बावजूद खुलेआम घूम रहे हैं और यह सब हमारे साथ हो रहा है."

हालांकि, अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किए गए एक वीडियो में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने सभी से पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करने का आग्रह किया.

"हम तीनों (बजरंग, विनेश और साक्षी) ठीक हैं. जिन्हें चोटें आई हैं वे भी ठीक हैं. आप सभी से अनुरोध है कि पुलिस के साथ दुर्व्यवहार न करें. जैसे ही आप दिल्ली आएंगे, पुलिस आपको हिरासत में ले सकती है. पुलिस जहां भी रोके, वहीं बैठ जाएं. रात को मत आना, क्योंकि वे अब सबको हिरासत में ले रहे हैं. सुबह 6 बजे के बाद आना. झगड़ों में न पड़ें, धैर्य से काम लें, क्योंकि वे हमें हमारे मुख्य उद्देश्य से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं."
बजरंग पुनिया

इस घटना के बारे में बताते हुए पूर्व पहलवान राजवीर ने कहा, "बारिश के कारण गद्दे भीग गए थे, इसलिए हम सोने के लिए फोल्डिंग बेड ला रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी. नशे में धुत पुलिसकर्मी धर्मेंद्र ने विनेश फोगट को गाली दी और हमारे साथ मारपीट की. हमें मारना शुरू कर दिया."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पुलिस ने क्या कहा?

दिल्ली पुलिस के अनुसार, भारती और उनके समर्थक अपने ट्रकों से फोल्डेबल बेड निकालने की कोशिश में 'आक्रामक' हो गए, जिसके बाद पुलिस के अधिकारियों के साथ विवाद हुआ.

नई दिल्ली के डीसीपी प्रणव तायल ने कहा, “जंतर मंतर पर विरोध के दौरान, सोमनाथ भारती बिना अनुमति के तह बेड के साथ विरोध स्थल पर आ गए. बीच-बचाव करने पर समर्थक ट्रक से बेड निकालने के प्रयास में आक्रामक हो गए. इसके बाद, एक मामूली विवाद हुआ जिसमें सोमनाथ भारती को 2 अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया गया था.”

स्वाति मालीवाल, दीपेंद्र हुड्डा भी हिरासत में लिए गए

सोमनाथ भारती के अलावा, दिल्ली महिला आयोग (DCW) की प्रमुख, स्वाति मालीवाल और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नेता, दीपेंद्र हुड्डा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.

DCW द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में, मालीवाल को अधिकारियों द्वारा एक पुलिस कार में ले जाते हुए देखा जा सकता है. वहीं दीपेंद्र हुड्डा को वसंत विहार थाने में हिरासत में लिया गया है.

इसके अलावा कई महिला पत्रकारों ने भी दिल्ली पुलिस पर दुर्व्यवहार करने, कैमरा-माइक छीनने और विरोध स्थल पर नहीं जाने देने का आरोप लगाया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×