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7 फेज की चुनावी प्रक्रिया पर बोले योगेंद्र यादव- जवाब दे EC  

‘वोटिंग फेज के लंबा खींचे जाने का फायदा किसे मिलेगा?’

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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

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चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 फेज में होंगे. इसी मुद्दे पर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव से क्विंट हिन्दी ने खास बातचीत की. बातचीत में योगेंद्र यादव ने चुनाव की तारीखों को लेकर आयोग से कई सवाल पूछे.

चुनाव आयोग प्रधानमंत्री के प्रति जवाबदेह नहीं है, बिलकुल सही बात है. लेकिन आयोग भारत की जनता को जवाब क्यों नहीं दे रहा है? सुरक्षा से जुड़ी कोई तकनीकी बात आप बताना नहीं चाहते, लेकिन आप जनता को कुछ तो बताइए.
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया
‘वोटिंग फेज के लंबा खींचे जाने का फायदा किसे मिलेगा?’

योगेंद्र यादव ने 'रमजान के महीने में चुनाव' के मुद्दे पर कमीशन की तारीफ भी की. लेकिन साथ ही कहा कि आयोग को सभी बातों को साफ करना चाहिए, जनता को उनके सवालों का जवाब मिलना चाहिए, यही लोकतंत्र है.

उन्होंने आगे कहा:

रमजान वाली बात पर EC ने सफाई दी है, अच्छा किया है. EC ने कहा कि हमने शुक्रवार को नहीं रखा. रमजान के खास दिनों में चुनाव नहीं रखा, बाकी हम नजरअंदाज नहीं कर सकते थे, ये सही बात है. इसी तरह से ओडिशा का भी बता दीजिए, इसी तरह से बंगाल का भी बता दीजिए. इससे फायदा होगा. ये कहना कि मैं स्वतंत्र हूं, मुझे जरूरत नहीं है किसी को बताने की, ऐसा लोकतंत्र में नहीं चलता है.  
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया
‘वोटिंग फेज के लंबा खींचे जाने का फायदा किसे मिलेगा?’

पश्चिम बंगाल में पिछली बार के 5 फेज की जगह इस बार 7 फेज में चुनाव कराने, ओडिशा में 1 फेज से 4 फेज, महाराष्ट्र में 2 फेज से बदलकर 4 फेज में वोटिंग कराने को लेकर योगेंद्र यादव ने कहा, '‘महाराष्ट्र में 4 फेज में चुनाव हो रहे हैं. ओडिशा में 4 फेज में और पश्चिम बंगाल में 7 फेज में. अब सारा देश जानता है कि यही वे 2 राज्य हैं, जिस पर बीजेपी की निगाह है. अगर बीजेपी 2014 की तुलना में अच्छा प्रदर्शन कहीं कर सकती है, तो वो सिर्फ यही दो राज्य हैं, और थोड़ा नार्थ-ईस्ट है. ओडिशा में बीजेपी नंबर 1 होने की कोशिश कर रही है. इसके 2 परिणाम होंगे, पहला तो ये कि प्रधानमंत्री को अपनी रैली करने में काफी सहूलियत होगी. तो ये सब करने के पीछे तो संदेश ये जाता है कि बीजेपी की सहूलियतों को ध्यान में रखा गया है.’'

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