अब तक नेता बोल रहे थे और वोटर सुन रहे थे लेकिन लोकसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही अब वोटर के दिन आ गए हैं और सुनने की बारी है नेताओं की. 2019 चुनाव के लिए 90 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे. जिसमें करीब 1.5 करोड़ पहली बार वोट डालेंगे. जिनकी उम्र 18-19 साल होगी.
क्विंट हिन्दी सिर्फ नेताओं और उनके बयानों को ही चुनावी कवरेज में जगह नहीं देगा बल्कि हम आपकी बातें भी करेंगे. My Vote चौपाल के माध्यम से हम मतदाताओं की आवाज बनने की कोशिश करेंगे.
चुनाव के दौरान भाषण और नारेबाजी के बीच वो मुद्दे दब गए है जो सही में वोटर के लिए मायने रखते हैं. वो मुद्दे जिनसे वाकई में वोटरों का सरोकार होता है.
My Vote चौपाल के माध्यम से जनता को अपनी बात कहने का मौका मिलेगा. वोटर अपनी स्थानीय समस्याओं को साझा कर पाएंगे. ये भी जानने की कोशिश करेंगे की क्षेत्र के नेता उनके उम्मीदों पर कितने खड़े उतरे.
इस चुनावी मौसम में, हमारे पत्रकार हर वर्ग के मतदाताओं से बातचीत करने के लिए देश भर में यात्रा करेंगे. दिल्ली में छात्रों से लेकर विदर्भ में किसानों तक, मुंबई में वोटरों से लेकर गुवाहाटी के पहली बार के वोटरों तक,क्विंट हिन्दी ये सुनिश्चित करेगा कि सभी की आवाज सुनी जाए.
अब ज्यादा समय तक हमारे राजनेता ये नहीं सोच पाएंगे की वोटर सिर्फ एक वोट बैंक हैं. इसलिए नजर बनाए रखिए हमारे सीरिज My Vote चौपाल पर.... मतलब अब वोटर बोलेगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)