कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ (Karwa Chauth 2019) का त्योहार मनाया जाता है. इस साल करवा चौथ का त्योहार 17 अक्टूबर को पड़ा है. आज के दिन की हिंदू धर्म में विशेष महत्ता है. हिंदू महिलाएं करवा चौथ के त्योहार को बड़े ही धूमधाम से सेलिब्रेट करती हैं. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं. शाम को चंद्रमा (Moon Rise) को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं. करवा चौथ के दिन माता पार्वती और गणेश भगवान की पूजा की जाती है.
इस व्रत में चंद्रमा का दर्शन करना बेहद जरूरी होता है. शाम को शुभ मुहूर्त में करवाचौथ पूजन करने के बाद सभी को चांद का दीदार करने का इंतजार रहता है. दरअसल बिना चंद्रमा को अर्घ्य दिए इस व्रत को पूरा नहीं माना जाता है. इस दिन व्रत को रखने वाली महिलाएं छलनी से चांद के बाद पति का चेहरा भी देखती हैं. जानिए करवाचौथ का व्रत कब से होगा शुरू और किस वक्त निकलेगा चांद (Moon Rise Time).
Karwa Chauth Moonrise Time; जानिए कब निकलेगा चांद
- Delhi- दिल्ली में चांद निकलने का समय 8:20 मिनट है.
- Punjab/Haryana- रात 8:14
- Bihar/Jharkhand- रात 7:49
- Jammu & Kashmir/Himachal Prades- रात 8:18
- Madhya Pradesh/Chhattisgarh- रात 8:25
- Rajasthan- रात 8:29
- Gujarat- रात 8:45
- Odisha- रात 7:55
- West Bengal- रात 7:45
- Chennai- रात 8:32
- Bangalore- रात 8:44
- Hyderabad- रात 8:33
- Coimbatore- रात-8:45
- Lucknow- रात 8:08
- Varanasi- रात 7:58
- Kanpur- रात 8:09
- Gorakhpur- रात 8: 09
- Prayagraj- रात 8:03
- Bareilly-रात 8:08
- Agra-रात 8:16
- Meerut- रात 8:14
- Faizabad- रात 7:59
- Jhansi- रात 8:18
- Dehradun-रात 8:10
- Gaya- रात 7: 21
- Muzaffarnagar- रात 7: 47
- Bhagalpur- रात 7:42
- Ranchi- रात 7:52
करवा चौथ की तिथि और शुभ मुहूर्त (Karva Chauth Puja Shubh Muhurat)
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 17 अक्टूबर की शाम 06 बजकर 48 मिनट.
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 अक्टूबर की सुबह 7 बजकर 29 मिनट तक.
- करवा चौथ व्रत का समय: 17 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक.
- कुल अवधि: 13 घंटे 50 मिनट.
- पूजा का शुभ मुहूर्त: 17 अक्टूबर 2019 की शाम 5 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 02 मिनट तक.
- अवधि- 1 घंटे 16 मिनट
सरगी खाने का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ में सरगी का बहुत अधिक महत्व है. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले स्नान कर सरगी खाती हैं. सरगी में सूखे मेवे, नारियल, फल और मिठाई खाई जाती है. खास बात यह है कि सरगी सूरज के निकलने से पहले खाई जाती है. चतुर्थी तिथि 17 अक्टूबर सुबह 06 बजकर 49 मिनट से शुरू होगी. ऐसे में इससे पहले ही सुहागिनों को सरगी खानी होगी.
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