ADVERTISEMENTREMOVE AD

Shabari Jayanti Wishes 2024: भगवान राम की भक्त माता शबरी जयंती कब, इन मैसेज, कोट्स से दें शुभकामनाएं

Shabari Jayanti Wishes 2024: शबरी जयंती पर हम आपके लिए मैसेज, कोट्स व स्टेटस लेकर आए हैं, जिनके जरिए आप शुभकामनाएं भेज सकते है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

Shabari Jayanti 2024 Wishes: शबरी जयंती फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन मनाई जाती है, जो इस साल 3 मार्च 2024 को मनाई जाएगी इस दिन भगवान राम की परम भक्त माता शबरी की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार, शबरी को भगवान श्री राम का भक्त माना जाता है. श्री राम की भक्ति में लीन रहने वाली शबरी असली नाम श्रमणा था और इनका जन्म एक शबरी जाती में हुआ था. शुरू से ही वो दयालु स्वभाव की थी. शबरी के झूठे बेर श्री राम ने खाए थे और उनकी भक्ति को पूरा किया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

शबरी की भक्ति का विस्तार से वर्णन रामायण, भागवत, रमाचरित मानस, सुरसागर आदि ग्रंथों में मिलता है. शबरी जयंती पर हम आपके लिए मैसेज, कोट्स व स्टेटस लेकर आए हैं, जिनके जरिए आप शुभकामनाएं भेज सकते है.

Shabari Jayanti Wishes, Quotes in Hindi

1. हम उन्हें ढूँढ़ते है मंदिर के फेरो में,

वो तो मिलते है शबरी के जूठे बेरों में.

Happy Shabari Jayanti

2. भगवान की भक्ति करना

कोई माँ शबरी से सीखे,

जिनके प्रेम में स्वयं भगवान

श्री राम को उनके द्वार आना पड़ा.

Happy Shabari Jayanti

3. प्रेम और भक्ति में बड़ी ताकत है,

इससे ही होता है मानव का उद्धार,

इसमें इतनी शक्ति है कि स्वयं

भगवान श्रीराम गये माँ सबरी के द्वार.

Happy Shabari Jayanti

ADVERTISEMENTREMOVE AD

4. भगवान भक्त की लेते है परीक्षा

और मिलने में लगाते थोड़ा देर,

लेकिन जब भक्ति के वशीभूत होते है

तो प्रेम से खा लेते है जूठे बेर.

Happy Shabari Jayanti

5. प्रेम में शक्ति होती है,

प्रेम में भक्ति होती है,

प्रेम में विश्वास होता है,

प्रेम माँ शबरी की तरह हो

प्रभु मिलेंगे हर पल आस होता है.

Happy Shabari Jayanti

6. कभी तुम भी भगवान श्रीराम को

अपने घर बुलाओ,

माँ शबरी की तरह प्रेम से

चख कर मीठे बेर खिलाओ.

Happy Shabari Jayanti

ADVERTISEMENTREMOVE AD

7. युवती, प्रौढ़ा, बूढ़ी शबरी

हुए श्वेत सब केश हमारे,

एक प्रश्न निशिदिन रहता है

कब आएंगे राम म्हारे दुआरे.

Happy Shabari Jayanti

8. प्यार ऐसा न प्यार वैसा है,

हम बताते है प्यार कैसा है,

प्यार दौलत से ना मिलेगा कभी

प्यार शबरी के बेर जैसा है.

9. जब धैर्य और समर्पण सच्चा होता है,

तब माँ शबरी के जूठे बेर खाने श्रीराम आते है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×