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रेत पर नायाब कलाकारी का दूसरा नाम है सुदर्शन पटनायक

सुदर्शन पटनायक को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

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सुदर्शन पटनायक वो शख्‍स हैं, जो समंदर की रेत पर नायाब कलाकारी से पूरी दुनिया को चकित कर चुके हैं. कला के इस रूप को सुदर्शन ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई है. दुनियाभर की कई समसामयिक घटनाओं को उनकी रेत कलाकृतियों में जगह मिलती आई है.

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भारत सरकार कर चुकी है पद्मश्री से सम्मानित

शुरू-शुरू में लोगों ने सुदर्शन का बालू पर कलाकारी करने का मजाक उड़ाया. आज उनके रेत पर बने कैनवास पूरी दुनिया को अहम मुद्दों पर सामाजिक संदेश और प्रेरणा देते हैं. उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. भारत सरकार ने उनके कला जगत में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है.

सुदर्शन पटनायक ने अप्रैल 2017 में आयोजित 10वीं मास्को सैंड आर्ट चैंपियनशिप में भगवान गणेश की दस फीट ऊंची रेत की मूर्ति बनाने पर स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 2016 में विश्व शांति के लिए महात्मा गांधी की कलाकृति रेत पर बनाकर मास्को में स्वर्ण पदक भी जीता था.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज है पटनायक का

फरवरी 2017 में सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेत महल बनाया. इस काम के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है.

सुदर्शन पटनायक की कुछ बेहतरीन रेत कला कृतियों पर डालते हैं एक नजर:

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