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Tokyo Olympic में Neeraj Chopra ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. लेकिन, इस उपलब्धि को लेकर भी फेक न्यूज पेडलर्स ने झूठ फैलाने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया. ये झूठा दावा किया गया कि नीरज चोपड़ा ने कहा है कि गोल्ड मेडल का क्रेडिट पीएम मोदी को न दिया जाए.
Coronavirus और वैक्सीन को लेकर भी झूठे दावों का सिलसिला जारी है. ये दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन ही कोरोना के नए डेल्टा वेरिेएंट की वजह है. इन सभी दावों की क्विंट की वेबकूफ टीम ने पड़ताल की और सच आप तक पहुंचाया. एक नजर में जानिए इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए सभी झूठे दावों का सच.
दावा किया जा रहा है कि टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा ने कहा है कि उनकी जीत का श्रेय पीएम मोदी को न दिया जाए. दावे के साथ नीरज चोपड़ा के ट्वीट का बताया जा रहा स्क्रीनशॉट भी वायरल हो रहा है.
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट में नीरज चोपड़ा के नाम के आगे ब्लू टिक नहीं है. वायरल स्क्रीनशॉट में यूजर नेम @i_m_nirajchopra है. जबकि नीरज चोपड़ा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल का यूजर नेम @Neeraj_chopra1 है.
नीरज चोपड़ा का असली ट्विटर हैंडल चेक करने पर हमें अगस्त या उसके बाद किया गया ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला, जिसमें उन्होंने कहा हो कि गोल्ड मेडल का क्रेडिट पीएम मोदी को नहीं मिलना चाहिए.
यहां देखा जा सकता है नीरज चोपड़ा का असली ट्वीट हैंडल और उनके नाम पर बनाया गया फेक ट्विटर हैंडल.
पूरी पड़ताल यहां देखें
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कोरोना के नए ''डेल्टा वेरिएंट की वजह कोरोना वैक्सीन है.
ये दावा पूरी तरह से झूठा है. कोरोना का डेल्टा वेरिएंट भारत में पहली बार अक्टूबर 2020 में सामने आया था. और इस समय तक कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू नहीं हुई थी.
वेरिएंट मिलने के दो महीने बाद, जनवरी में भारत में वैक्सीनेशन शुरू हुआ. इसलिए, ये दावा कि वैक्सीन की वजह से वैरिएंट सामने आया है, सच नहीं है.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक महिला के हाथ में पुलिस हथकड़ी लगाकर ले जाती दिख रही है. दावा किया जा रहा है कि ये लखनऊ की वही लड़की Priyadarshni Yadav है, जिसका ड्राइवर को थप्पड़ मारते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. दावा है कि अब इस लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वायरल वीडियो लखनऊ की प्रियदर्शनी यादव की गिरफ्तारी का नहीं, लेडी गैंगस्टर अनुराधा चौधरी का है.
पूरी पड़ताल यहां देखें
दावा किया जा रहा है कि Uttar Pradesh के उन्नाव में प्रशासन ने कुछ घरों के साथ एक मस्जिद को भी गिरा दिया. हालांकि, उन्नाव के एडिशनल डिजस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट राकेश कुमार सिंह ने हमें बताया कि वायरल वीडियो में ढहती दिख रही इमारत मस्जिद नहीं बल्कि सोसायटी का गेट है.
वीडियो के साथ शेयर हो रहे कैप्शंस से जुड़े कीवर्ड हमने गूगल पर सर्च किए. एबीपी गंगा का 26 जुलाई का एक बुलेटिन हमें मिला. बुलेटिन में बताया गया है कि जल शक्ति विभाग ने अवैध निर्माण को हटाकर 2.5 एकड़ जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त किया.
सोशल मीडिया पर कपिल मिश्रा का एक पुराना वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि BJP नेता कपिल को उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीटा. हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो 2018 का है, जब पूर्वी दिल्ली के श्री राम कॉलोनी में एक उद्घाटन समारोह के दौरान मिश्रा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई थी.वीडियो में स्क्रीन में लिखी एक लाइन दिख रही है, 'कपिल मिश्रा से धक्का मुक्की'.
हमने यहां से संकेत लेकर, यही कीवर्ड यूट्यूब पर सर्च करके देखा. हमें 'Dilli Tak' के हैंडल पर 29 नवंबर 2018 का एक वीडियो मिला, जिसमें इस हाथापाई के बारे में बताया गया है.
वीडियो में स्क्रीन में लिखी एक लाइन दिख रही है, 'कपिल मिश्रा से धक्का मुक्की'. हमने यहां से संकेत लेकर, यही कीवर्ड यूट्यूब पर सर्च करके देखा. हमें 'Dilli Tak' के हैंडल पर 29 नवंबर 2018 का एक वीडियो मिला, जिसमें इस हाथापाई के बारे में बताया गया है.
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