वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार 1 फरवरी को बजट पेश किया. इस बजट को वित्त मंत्री ने 1 घंटे 25 मिनट में पढ़ा. उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी पूर्ण बजट को अमृतकाल का पहला बजट बताया. उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में चल रही है और सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है. दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चमकता हुआ सितारा माना है. वित्त मंत्री ने शिक्षा, महिला और नौकरियों को लेकर भी बजट में कुछ प्रावधान किए हैं.
जानकारों का मानना है कि इस बजट से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे या घटेंगे, कहना मुश्किल है. लेकिन, जानकारों का कहना है कि देश का युवा वित्तमंत्री से नौकरी देने की उम्मीद कर रहा था, ताकी उनका भविष्य अच्छा हो. लेकिन पिछली बार की तरह फाइनेंस मिनिस्टर ने पूरे बजट में रोजगार या जॉब्स शब्द का इस्तेमाल ही महज 4 बार किया.
हालांकि, पिछली बार की तुलना में इसबार शिक्षा बजट में 8 हजार करोड़ की बढ़ोतरी की गई है. इस बार कुल शिक्षा बजट 1.12 लाख करोड़ है. इसमें स्कूली शिक्षा के लिए 68.80 हजार करोड़ का प्रावधान रखा गया है. वहीं, हायर एजुकेशन के लिए 44.08 हजार करोड़ का प्रावधान है.
पिछले शिक्षा बजट की बात करें तो साल 2022 में शिक्षा का कुल बजट 1.04 लाख करोड़ था. जिसमें 63.45 हजार करोड़ रुपए स्कूली शिक्षा के लिए और 40.83 हजार करोड़ रुपए उच्च शिक्षा के लिए था.
यानी कुल मिलाकर इसबार शिक्षा बजट में 8.60 हजार करोड़ रुपए में बढ़ोतरी हुई है. स्कूली शिक्षा के लिए 5.35 हजार करोड़ रुपए बजट बढ़ाया गया है, जबकि उच्च शिक्षा के लिए 3.25 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की गई है.
एजुकेशन
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 की शुरुआत होगी.
47 लाख युवाओं को राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत 3 साल तक भत्ता दिया जाएगा.
2014 से मौजूद 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ 157 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जाएंगे.
फार्मा सेक्टर में रिसर्च और इनोवेशन प्रोग्राम शुरू होंगे.
टीचर्स की ट्रेनिंग के लिए एक्सीलेंट इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे.
बच्चों और स्टूडेंट्स के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी बनेगी.
पंचायत और वार्ड स्तरों पर लाइब्रेरी
जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों के जरिए शिक्षक प्रशिक्षण का पुनरुद्धार
3.5 लाख ट्राइबल स्टूडेंट्स के लिए 740 एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल्स में 38,800 टीचर्स और सपोर्टिंग स्टाफ की नियुक्ति होगी.
2023-24 में सरकार आदिवासियों के लिए विशेष स्कूल खोलेगी और इस पर 15 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी.
युवाओं को ग्लोबल लेबल की ट्रेनिंग देने के लिए 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर बनाए जाएंगे.
नए युग के पेशों के लिए ट्रेन किया जाएगा, जैसे-कोडिंग, AI, रोबोटिक्स, ड्रोन, थ्री डी प्रिटिंग आदि
इनोवेशन और रिसर्च के लिए नई नेशनल डाटाबेस गर्वनेंस पॉलिसी बनेगी. जिसका लाभ स्टार्टअप्स और एजुकेशन में मिलेगा.
इंजीनियरिंग संस्थानों में 5जी सेवाओं पर आधारित 100 लाइब्रेरी बनेंगी.
आर्थिक साक्षरता के लिए NGO के साथ काम करेंगे.
महिला
महिला सम्मान बचत पत्र योजना शुरू होगी.
ये महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट दो साल के लिए साल 2025 तक होगा.
ये एक वन टाइम न्यू सेविंग स्कीम है, जिसमें 7.5 फीसदी ब्याज मिलेगा.
इसमें महिलाओं को 2 लाख की बचत पर 7.5% का ब्याज मिलेगा.
नौकरी
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ तौर पर जॉब्स के बारे में बात नहीं की. हालांकि, इन्फ्रास्टक्चर के क्षेत्र में सरकरा जीडीपी का 3.3 फीसदी खर्ज करेगी. जिससे जॉब क्रिएशन होगा.
इसके अलावा 3.5 लाख ट्राइबल स्टूडेंट्स के लिए 740 एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल्स में 38,800 टीचर्स और सपोर्टिंग स्टाफ की नियुक्ति होगी.
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