बिटकॉइन के नई ऊंचाइयों पर पहुंचने का सफर जारी है. 14 मार्च को पहली बार इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव 61,000 डॉलर के पार पहुंच गया. छोटे निवेशकों के साथ ही संस्थागत निवेशकों द्वारा बड़ी खरीदारी से Bitcoin कीमतों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है.
बीते एक हफ्ते में ही बिटकॉइन में करीब 25% की तेजी दर्ज की गई है. एक वर्ष में इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव लगभग 1100% चढ़ा है.
महीने भर पहले ही पहुंचा था 50,000 डॉलर के पार:
दुनिया की सबसे पहली और महंगी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने 16 फरवरी, 2021 को पहली बार 50,000 डॉलर का भाव छुआ था. एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के 8 फरवरी को 1.5 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा से बिटकॉइन की तरफ निवेशकों का ध्यान बढ़ा था. टेस्ला भविष्य में बिटकॉइन को भुगतान के तरीके के तौर पर भी स्वीकार करने की भी तैयारी में है. बढ़ती स्वीकार्यता से केवल छोटे निवेशक ही नहीं, बड़े एसेट मैनेजर्स का रुझान भी डिजिटल करेंसी की तरफ आया है.
मार्च, 2020 में कोरोना की बढ़ती चिंता से Bitcoin का भाव 4,000 डॉलर से भी नीचे चला गया था. फरवरी 2021 के आखिरी हफ्ते में भी बढ़ती बॉन्ड यील्ड को लेकर चिंता से बिटकॉइन एक हफ्ते में 26% कमजोर हुआ था.
क्या है इस जबरदस्त तेजी की वजह?
US में बड़े स्टिमुलस पैकेज को लेकर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिससे बाजार में लिक्विडिटी बने रहने की संभावना है. निवेशकों में इस वजह से खासा उत्साह देखा जा रहा है. साथ ही बढ़ती कीमतों के कारण क्रिप्टो बाजार में स्पेकुलेटिव (भविष्य में होने वाले फायदे की संभावना) डिमांड में भी तेजी है. एलोन मस्क जैसे बड़े निवेशकों के बिटकॉइन के पुरजोर समर्थन में आने से निश्चित तौर पर इस डिजिटल करेंसी का फायदा हुआ है. बिटकॉइन के वर्तमान निवेशकों में दिग्गज इंश्योरेंस कंपनी मास-म्यूचुअल, एसेट मैनेजर गैलेक्सी डिजिटल होल्डिंग, ट्विटर के CEO जैक डॉर्सी की पेमेंट कंपनी स्क्वायर इत्यादि शामिल हैं.
बैन की सुगबुगाहट के बीच भारत सरकार ने भी Bitcoin समेत विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नरमी के संकेत दिए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अनुराग ठाकुर के बयानों से लगता है कि शायद सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाए.
भविष्य के लिए क्या संभावनाएं दिखती हैं?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, Bitcoin को अब काफी निवेशक सेफ हेवन की तरह उभरता देख रहे हैं. आने वाले दिनों में यह गोल्ड को इस मामले में अच्छी टक्कर दे सकता है. माइक नोवोग्रातज जैसे कुछ निवेशक मानते हैं कि बिटकॉइन का भाव इस साल के अंत तक 1,00,000 डॉलर के ऊपर पहुंच जाएगा. वहीं, कुछ अन्य जानकारों के अनुसार यह क्रिप्टोकरेंसी बड़े बबल (bubble) में हो सकता है. Bitcoin के मार्केट शेयर में भी बीते समय में कमी आई है. बिटकॉइन को ओवरवैल्यूड मानकर कुछ निवेशक अन्य क्रिप्टोकरेंसी का रुख कर रहे हैं.
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