अमेरिका की ओर से भारत, चीन समेत आठ देशों को ईरान से तेल आयात पर मिली छूट को खत्म करने की खबरों को बाद शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. इस खबर के बाद रुपये में भी तेज गिरावट आई. सेंसेक्स लगभग 500 प्वाइंट गिर गया तो निफ्टी 11,600 से नीचे पहुंच गया. अब मंगल को भी अमंगल की आशंका है.
ईरान से तेल आयात पर रोक
सोमवार सुबह खबर आई थी कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो सोमवार को भारत समेत आठ देशों की ओर से ईरान से तेल मंगाने पर लगे प्रतिबंध से मिली छूट को खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं. इसका असर बाजार पर दिखा और शेयरों में तेज गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स 500 प्वाइंट गिर कर बंद हुआ. शाम को अमेरिका ने यह छूट खत्म करने का ऐलान कर दिया. बाजार पर मंगलवार को भी इसका असर दिख सकता है.
पोम्पियो की ओर छूट खत्म करने की खबर के बाद ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत तीन फीसदी बढ़ गई थी. इस तेजी से रुपये में गिरावट तेज हो गई. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़ककर 1.5 महीने के निचले स्तर पर गिर गया. सोमवार के कारोबार में रुपया 69.92 रुपये के स्तर तक लुढ़कता नजर आया जो 11 मार्च के बाद का सबसे निचला स्तर है. हालांकि हल्की रिकवरी के बाद कारोबार के अंत में रुपया 32 पैसे टूटकर 69.67 के स्तर पर बंद हुआ है.
भरभरा कर गिरे दमदार कंपनियों के शेयर
बीएसई पर यस बैंक के शेयर में सर्वाधिक 6.62 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इंडसइंड बैंक में 4.11 फीसदी, रिलायंस में 2.76 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 2.54 फीसदी गिरावट दर्ज हुई. एचडीएफसी बैंक के शेयर में 2.44 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. एनएसई पर इंडियाबुल हाउजिंग फाइनेंस के शेयर में सर्वाधिक 9.07 फीसदी, यस बैंक में 6.92 फीसदी, बीपीसीएल में 6.32 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 4.28 फीसदी और आईओसी के शेयर में 3.97 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
तेल के दाम बढ़ने से अर्थव्यवस्था पर बढ़ेगा दबाव
ब्रेंट क्रूड की कीमत में इस साल अबतक 35 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी तेल आयात करता है. इससे भारत का राजकोषीय घाटा और चालू खाता घाटा बढ़ेगा. इससे महंगाई भी बढ़ेगी. क्रूड महंगा होगा तो आम आदमी के लिए पेट्रोल डीजल भी महंगे होंगे. महंगे डीजल के कारण माल ढुलाई महंगी होगी तो खाने-पीने के सामान भी महंगे होंगे.
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