ऑटो सेक्टर की हालत खराब है. इस सेक्टर में प्राइवेट व्हीकल के साथ-साथ कॉमर्शियल सेगमेंट की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है. देश के चार बड़े कॉमर्शियल व्हीकल मेकर्स टाटा मोटर्स, अशोक लीलैंड, वॉल्वो आयशर और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री अगस्त में 59.5 फीसदी तक गिरकर 31,067 यूनिट रह गई.
कंपनियां ऐसी खराब स्थितियों से निपटने के लिए 49 टन से ज्यादा क्षमता वाले ट्रकों पर 8-9 लाख रुपये तक की भारी छूट दे रही हैं. लेकिन इसके बावजूद मांग बढ़ती नहीं दिख रही है.
- हिंदुजा ग्रुप की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड की कुल बिक्री अगस्त में 70 फीसदी घटकर 3,336 ट्रक रही. पिछले साल इसी महीने में कंपनी ने 11,135 ट्रक बेचे थे. वहीं मार्केट लीडर टाटा मोटर्स के बड़े ट्रकों के सेगमेंट में 58 फीसदी गिरावट दर्ज की गई. कंपनी की बिक्री घटकर 5,340 यूनिट्स रही.
- वोल्वो आयशर कॉमर्शियल व्हीकल्स (VECV) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का वॉल्यूम भी अगस्त में क्रमश: 41.7 फीसदी और 69 फीसदी गिरा है. वोल्वो आयशर के मैनेजिंग डायरेक्टर विनोद अग्रवाल ने उम्मीद जताई है कि त्योहारों में ट्रकों की बिक्री बढ़ेगी.
बता दें, अगस्त में रिटेल ऑटो सेल पिछले 20 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. भारी छूट के बावजूद खरीदार बाजार से दूरी बनाए हुए हैं.
महिंद्रा एंड महिंद्रा की अगस्त में 25% बिक्री गिरी
महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने इस साल अगस्त में कुल बिक्री में 25 फीसदी की गिरावट दर्ज की. कंपनी ने पिछले साल अगस्त में 48,324 कार के मुकाबले इस साल 36,085 यूनिट बेची. जबकि घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 26 फीसदी घटकर 33,564 यूनिट रही, जो अगस्त 2018 में 45,373 यूनिट्स थी. वहीं कंपनी का एक्सपोर्ट भी 15 फीसदी घटकर 2,521 यूनिट रह गया.
कॉमर्शियल सेगमेंट में कंपनी ने एक साल पहले 20,326 यूनिट्स की बिक्री की थी. इस साल अगस्त में ये बिक्री 28 फीसदी गिरकर 14,684 यूनिट्स रही.
ऑटो अटका, बाजार भटका, इकनॉमी को ये कैसा झटका?
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