इंडस्ट्री संगठन कॉनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने ऑक्सीजन की सप्लाई चेन के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है, जो केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर ऑक्सीजन की पैकेजिंग और ट्रांसपोर्ट के लिए काम करेगी. इंडस्ट्री कोशिश है कि ऑक्सीजन के प्रोडक्शन को बढ़ाया जाए और लॉजिस्टिक्स की दिक्कतों को दूर किया जाए.
JSW स्टील के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप सीएफओ शेषागिरी राव ने कहा है कि-
देशभर के स्टील प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाने की कोशिशें जारी हैं.शेषागिरी राव,जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप सीएफओ, JSW स्टील
इंडस्ट्री संगठन की इस टास्क फोर्स ने सरकार के सामने कुछ अहम प्रस्ताव रखे हैं जिसमें लिक्विड ऑक्सीजन के इंपोर्ट में डायरेक्ट वेसल इस्तेमाल करने, लॉजिस्टिक की दिक्कतों को दूर करने, बीच में लगने वाले वक्त को कम करने, तेजी से टैंकों को भरने, मंजूरी और तेज परिवहन से जुड़ी बातें शामिल हैं.
टास्क फोर्स के प्रस्ताव में स्वास्थ्य आपातकाल के इस दौर में G2G यानी गवर्मेंट टू गवर्मेंट ढांचा तैयार करने का सुझाव दिया गया है. इसके तहत हमें अपने मित्र देशों से समर्थन की मांग करनी चाहिए.
CII ने अपने बयान में कहा- टाटा ग्रुप, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू ग्रुप, अदानी ग्रुप, आईटीसी, जिंदल स्टील जैसी कंपनियों ने आगे आकर कोरोना के इलाज में लगे अस्पतालों की मदद की है. ये मदद ऑक्सीजन सप्लाई, क्रायोजेनकि वेसल, कंसनट्रेटर, जनरेटर्स वगैरह के रूप में की गई.
वेदांता, जुबिलेंट इंग्रेविया लिमिटेड और भी कई कॉरपोरेट हाउस संकट के दौर में लोगों की मदद के तरीकों पर विचार कर रहे हैं.CII
क्रायोजेनिक कंटेनर्स की भारी कमी: CII
CII के अध्यक्ष टीवी नरेंद्रन ने कहा- ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने की जरूरत है और लॉजिस्टिक्स को भी आसान बनाना होगा. ये खुशी की बात है कि इंडस्ट्री इस तरह से मदद करने के लिए आगे आई है.
सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि क्रायोजेनिक कंटेनर्स की भारी कमी है. इस महीने के आखिर तक टाटा 36 क्रायोजेनिक कंटेनर मंगवा रहे हैं. टाटा भी 600 मीट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहा है.टीवी नरेंद्रन, CII के अध्यक्ष
इसके अलावा JSW स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील भी भारी तादाद में ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहे हैं, CII अध्यक्ष ने ये जानकारी दी.
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