हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर मार्केट पर एक बार फिर कोरोनावायरस का कहर टूट पड़ा. बाजार खुलते ही धराशायी हो गया. सुबह 9.15 मिनट पर जब भारतीय शेयर बाजार खुला तब सेंसेक्स में 7.6 फीसदी मतलब करीब 2400 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई और थोड़ी ही देर में यह गिरावट 3000 प्वाइंट पर पहुंच गई. वहीं निफ्टी 8 फीसदी टूट गया. रुपया भी रिकॉर्ड निचले स्तर पर है. रुपया आज 18 पैसे की कमजोरी के साथ 74.40 के स्तर पर खुला है.
बाजार का हाल ऐसा हुआ कि ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. निफ्टी पर ट्रेडिंग 45 मिनट के लिए रोक दी गई. बता दें कि शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट आती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी जाती है.
बता दें कि निफ्टी में 3 साल की सबसे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. ऐसी गिरावट फरवरी 2017 में देखने को मिली थी. वहीं सेंसेक्स भी 3 साल के निचले स्तर पर लूढ़क गया है.
बाजार का हाल, बेहाल
- निफ्टी: 01 फरवरी 2017 के बाद से सबसे कम
- सेंसेक्स: 24 अप्रैल 2017 के बाद से सबसे कम
- निफ्टी बैंक: 21 अप्रैल 2017 के बाद से सबसे कम
- निफ्टी मिडकैप: 24 जून 2016 के बाद से सबसे कम
- निफ्टी स्मॉलकैप: 15 मई 2014 के बाद से सबसे निचले स्तर पर
अलग-अलग सेक्टर का हाल
- निफ्टी ऑटो: सबसे बड़ा एक दिवसीय ड्रॉप
- निफ्टी आईटी: 17 मई, 2004 के बाद अबतक की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट
- निफ्टी एफएमसीजी: सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट
- निफ्टी मेटल: सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट
- निफ्टी रियल्टी: 9 नवंबर, 2016 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट
बता दें कि गुरुवार का दिन भी शेयर बाजार के लिए डरावना रहा था. सिर्फ एक दिन में निवेशकों का 11 लाख करोड़ रुपया डूब गए. भारतीय शेयर बाजारों ने प्वाइंट्स के हिसाब से इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की थी.
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