रिलायंस जियो ने एक महीने से भी कम समय में चौथा निवेश हासिल कर लिया है. अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक ने जियो में 6,598 करोड़ का निवेश किया है. ये निवेश 1.34% के इक्विटी स्टेक के जरिए किया गया है. इससे पहले रिलायंस जियो में फेसबुक, सिल्वर लेक और विस्ता इक्विटी पार्टनर्स निवेश कर चुके हैं.
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने एक मीडिया रिलीज में इस बात की जानकारी दी है. कंपनी ने बताया ने कि उसे चार हफ्तों से भी कम समय में टेक्नोलॉजी इन्वेस्टर्स से 67,194 करोड़ का निवेश मिला है.
इस निवेश से जियो प्लेटफार्म की इक्विटी का मूल्य 4.91 लाख करोड़ रुपए और इंटरप्राइज का मूल्य 5.16 लाख करोड़ रुपए हो गया है.
इससे पहले विस्ता इक्विटी पार्टनर्स ने जियो प्लेटफॉर्म में निवेश किया था. कंपनी ने 2.32 फीसदी हिस्सेदारी करीब 11,367 करोड़ रुपए में खरीदी थी.
ब्लूमबर्ग ने 8 मई को बताया था कि सऊदी अरब का सॉवरेन वेल्थ फंड भी जियो में निवेश करने की योजना बना रहा है. फंड जियो में माइनॉरिटी हिस्सेदारी खरीद सकता है.
फेसबुक, सिल्वर लेक से जियो की डील
22 अप्रैल को जियो ने फेसबुक के साथ 43,574 करोड़ रुपए की डील की थी. इस डील के बाद फेसबुक जियो की सबसे बड़ी माइनॉरिटी शेयर होल्डर बन गया. फेसबुक के इस निवेश के बाद जियो प्लैटफॉर्म्स की एंटरप्राइज वैल्यू 4.62 लाख करोड़ हो गई. इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी और फेसबुक की भारत में स्थिति और मजबूत होगी. उसके लिए भारत इस समय भी सबसे बड़ा बाजार है.
इसके बाद अमेरिकी कंपनी- सिल्वर लेक ने रिलायंस जियो में निवेश का ऐलान किया था. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया कि अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक अब जियो प्लेटफॉर्म में 5655 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
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