'ग्लोबल मंदी का इस साल और ज्यादा असर रहेगा और भारत जैसी इकनॉमी के लिए समस्या ज्यादा बड़ी होगी'. ये कहना है विश्व मुद्रा कोष (IMF)की नई प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा का. IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर बनने के बाद अपनी पहली स्पीच में क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने कहा है कि ट्रेड वॉर के कारण ग्लोबल इकनॉमी को काफी नुकसान हो रहा है.
रिसर्च बताते हैं कि ट्रेड वॉर बढ़ रहे हैं और देशों को एकजुट होना चाहिए. उन्हें पैसा लगाने के लिए तैयार रहना चाहिए.क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा
‘इस साल दुनिया के 90% हिस्सों में मंदी रहेगी’
IMF चीफ ने आशंका जताई कि इस साल दुनिया के 90% हिस्सों में मंदी रहेगी. उन्होंने सलाह दी कि कार्बन टैक्स को नए सिरे से देखने की जरूरत है. जो हालात हैं उसे देखकर यही लगता है कि इस साल ग्रोथ की रफ्तार एक दशक में सबसे कम रहेगी. IMF ने जितना ग्लोबल इकनॉमी की रफ्तार सोची थी, ये उससे काफी कम रहने वाली है. IMF ने इस साल के लिए 3.2% और 2020 के लिए 3.5% की ग्रोथ का अनुमान लगाया था.
ट्रेड वॉर के कारण ग्लोबल इकनॉमी को साल 2020 तक 700 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है. ये विश्व जीडीपी का करीब 0.8% है. ये IMF के पूर्व अनुमान से काफी ज्यादा है. ये स्विटजरलैंड की पूरी इकनॉमी के बराबर है.क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा
क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने दो टूक कहा - राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीन से आर्थिक लड़ाई के कारण अरबों डॉलर का टैक्स लगाया गया है और ये दोनों तरफ से हो रहा है. लेकिन झगड़ा सिर्फ इन्हीं दोनों के बीच नहीं है. नतीजे सबके सामने हैं...नुकसान सबका हो रहा है.'
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