जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 रद्द होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंध, राजनयिक संबंध खत्म करने से लेकर दोनों देशों के बीच चलने वाली ‘समझौता एक्सप्रेस’ भी रोक दी. लेकिन सवाल ये है कि दोनों देशों के बीच कारोबार पूरी तरह खत्म हो जाने के बाद किस देश पर इसका बुरा असर पड़ेगा और किसे ज्यादा नुकसान होगा.
भारत और पाकिस्तान के बीच 2018-19 में महज 2.56 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जो भारत का दुनिया के साथ कुल कारोबार का महज 0.30 फीसदी है. लेकिन बड़ी तस्वीर के रूप में देखा जाए, तो दोनों देशों के बीच 2015-16 के बाद से कारोबार में कमी आ रही है.
भारत के दो सेक्टर को झटका
ICRIER की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2003 से लेकर 2019 तक भारत और पाकिस्तान के बीच 31.23 अरब डॉलर का कारोबार हुआ. 2018-19 में भारत ने पाकिस्तान को 2.06 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया, जबकि भारत ने पाकिस्तान से सिर्फ 0.49 अरब डॉलर का सामान खरीदा.
मतलब, दोनों देशों के बीच कारोबार बंद हो जाने के बाद भारत के एक्सपोर्ट में दो अरब डॉलर की मंदी आ सकती है. लेकिन पाकिस्तान पर इसका ज्यादा असर पड़ सकता है. क्योंकि पाकिस्तान कुछ जरूरी चीजों के लिए भारत पर ही निर्भर है.
एक्सपोर्ट में भारत की केमिकल इंडस्ट्री और टेक्सटाइल सेक्टर को बड़ा झटका लग सकता है. क्योंकि भारत दुनिया को जितना कपड़ा बेचता है, उसका 33 फीसदी पाकिस्तान खरीदता है. वहीं केमिकल सेक्टर से भी 37 फीसदी प्रोडक्ट पाकिस्तान में ही भेजा जाता है.
पाकिस्तान में क्या होगा महंगा
भारत के साथ कारोबार बंद करने के फैसले से पाकिस्तान को महंगाई की मार झेलनी पड़ सकती है. क्योंकि पाकिस्तान पर भारत की निर्भरता काफी कम है, जबकि पड़ोसी मुल्क रोजमर्रा की जरूरत की कई चीजें भारत से मंगाता है.
पाकिस्तान में प्याज और टमाटर जैसी 7 फीसदी सब्जियां भारत से जाती हैं. पाकिस्तान सबसे ज्यादा केमिकल्स (37 फीसदी) और कपड़े (33 फीसदी) जैसी चीजों के लिए भारत पर निर्भर है. इसके अलावा प्लास्टिक, रबड़ (8 फीसदी), मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक प्रोड्क्टस (5 फीसदी) भी भारत से खरीदता है.
अब पाकिस्तान में इन प्रोडक्ट्स की सप्लाई में कमी आने और डिमांड में बढ़ोतरी के कारण महंगाई बढ़ सकती है. भारत के साथ कारोबार खत्म करना पाकिस्तान को ही महंगा पड़ेगा.
भारत में क्या होगा असर
भारत की पाकिस्तान पर निर्भरता काफी कम है. भारत दुनियाभर से कुल आयात का सिर्फ 0.30 फीसदी प्रोडक्ट ही पाकिस्तान से मंगाता है. लेकिन फिर भी भारत में इसका असर देखने को मिल सकता है. सब्जियां और खनिज पदार्थों की कीमत में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है. क्योंकि
- भारत जितनी सब्जियों का आयात करता है उसमें से 26 फीसदी सब्जियां पाकिस्तान से आती हैं
- इसी तरह करीब 48 फीसदी खनिज पदार्थ भी पाकिस्तान निर्यात करता है
वायुसीमा बंद होने से भारत को होगा नुकसान
पाकिस्तान की ओर से अभी वायुसीमा दोबारा बंद करने का अभी कोई निर्देश नहीं आया है. अगर ऐसा होता है, तो एयर इंडिया को फिर बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है. इससे पहले बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपनी वायुसीमा को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया था. 140 दिन पर वायुसीमा बंद रही, जिससे एयर इंडिया को करीब 430 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा.
एयर इंडिया पहले ही नुकसान में चल रही है. साल 2018-19 में एयरलाइन को 7,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. एयर इंडिया में 1108 स्थायी पायलट और 569 निश्चित अस्थायी पायलट हैं.
राजनयिक संबंध में कब-कब तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंध को लेकर पहले कई बार तनाव देखने को मिला है. अकसर ये तनाव आतंकी घटनाओं के बाद बड़ा है. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत के आंतरिक मामले को लेकर पाकिस्तान इतना बेचैन है.
- दिसंबर 2001- भारतीय संसद पर हमला हुआ. हमले एक हफ्ते भारत ने पाकिस्तान से अपना उच्चायुक्त वापस बुला लिया
- मार्च 2018- इस्लाबाद में भारतीय राजनयिक और नई दिल्ली में पाकिस्तानी राजनयिकों से कथित बदसलूकी हुई. इसके बाद दोनों देशों ने अपने उच्चायुक्तों को बुला लिया.
- फरवरी 2019- जम्मु-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी घटना में 40 भारतीय सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए. भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया. सीमा शुल्क 200 फीसदी तक बढ़ा दिया.
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