साल 2019 की पहली छमाही के दौरान आठ आईपीओ बाजार में आए हैं. दूसरी छमाही में भी सात-आठ और कंपनियां प्राइमरी मार्केट में अपने शेयर उतरने जा रही हैं. इसके जरिये इन कंपनियों का 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने का इरादा है.
सात-आठ कंपनियां उतरेंगी बाजार में
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक एएसके इनवेस्टमेंट मैनेजर्स, स्पंदन स्फूर्ति फाइनेंशियल, अफल इंडिया, एजीएस ट्रांजेट टेक्नॉलोजिज, स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर और मझगांव डॉक शॉप बिल्डिर्स जैसी कंपनियां अगस्त में अपना आईपीओ ला सकती हैं.
इस साल की पहली छमाही में सिर्फ आठ आईपीओ बाजार में आए हैं. इसके जरिये कंपनियों ने लगभग 5,500 रुपये की पूंजी जुटाई है.पिछले साल पहली छमाही में लगभग दो दर्जन कंपनियों ने 30,960 करोड़ की पूंजी आईपीओ बाजार से जुटाई थी.
2017 आईपीओ के लिए काफी अच्छा रहा था. इस दौरान 36 आईपीओ बाजार में आए थे. कंपनियों ने 67 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की पूंजी बाजार से जुटाई थी. 2019 की दूसरी छमाही में जो कंपनियां आईपीओ बाजार में आएंगी उनमें शपूरजी पलोनजी ग्रुप की स्टर्लिंग विल्सन सोलर एनर्जी के सेक्टर में सक्रिय है. कंपनी बाजार से साढ़े चार हजार करोड़ जुटाएगी. वहीं मुंबई की एएसके वेल्थ मैनेजर्स एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट में सक्रिय है. कंपनी प्राइमरी मार्केट से 1500 करोड़ रुपये जुटाएगी.
एक्सपर्ट्स की राय में IPO मार्केट की स्थिति अच्छी
इकनॉमिक टाइम्स से बात करते हुए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय सर्राफ ने कहा है कि बाजार में खरीदार मौजूद हैं. वाजिब वैल्यूएशन वाले आईपीओ के लिए ग्राहक मार्केट में हैं. हाल में आईपीओ की सफलता और बेहतर रिटर्न की वजह से इस बजार की ओर निवेशकों के आने की संभावना है.
IIFL के इनवेस्टमेंट बैंकिंग हेड निपुण गोयल के मुताबिक इनवेस्टर्स को इन इश्यू का इंतजार है. उनका कहना है सेकेंडरी मार्केट में हालात अस्थिर हैं. लेकिन प्राइमरी मार्केट में इनवेस्टर जोखिम लेने के लिए तैयार हैं. इस वक्त सेबी के पास 50 से अधिक एप्लीकेशन आईपीओ के लिए पड़े है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में आईपीओ बाजार में रौनक दिखेगी.
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