आईटीसी लिमिटेड कैफे कॉफी डे में हिस्सेदारी खरीदने का प्लान बना रही है. देश की सबसे बड़ी सिगरेट मेकर कंपनी आईटीसी अपने काराबोर को डाइवर्सिफाई करने की योजना के तहत कॉफी डे इंटरप्राइज की यह हिस्सेदारी खरीदना चाह रही है. कॉफी कैफे डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ ने पिछले दिनों टैक्स टेरर आरोप लगाने के बाद खुदकुशी कर ली थी.
ITC को मिली ड्यू डिलिजेंस की एक्सेस
कैफे कॉफी डे में हिस्सेदारी खरीदने के लिए आईटीसी बोली लगाने की तैयारी कर रही है. कॉफी डे आईटीसी को अपने एसेट के ड्यू डिलिजेंस की अनुमति दे दी है. इस मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कॉफी डे में हिस्सेदारी खरीदने के लिए आईटीसी की होड़ कोका-कोला से हो सकती है. कोका-कोला ने देश की सबसे बड़े कॉफी चेन की संपत्ति का मूल्यांकन कर लिया है. लेकिन हिस्सेदारी खरीदने के लिए कोई औपचारिक ऑफर नहीं दिया है.
इस मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि इस बारे में आईटीसी से बातचीत शुरुआती दौर में है. ब्लूमबर्ग के एक सवाल के जवाब में कहा गया है कि इस बारे में बातचीत में अभी आगे कोई तरक्की नहीं हुई है. पिछले तीन दिनों से कैफे कॉफी डे के शेयरों में 16 फीसदी की उछाल दर्ज की गई है.
कैफे कॉफी डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ ने कंपनी पर कर्ज के बोझ और टैक्स टेरर का हवाला देने के बाद खुदकुशी कर ली थी. हालांकि उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि कंपनी के पास अपना कर्ज चुकाने के लिए पर्याप्त एसेट है. सिद्धार्थ के निधन के बाद कंपनी ने अपने कर्जे को कम करने की तैयारी शुरू कर दी है. पिछले दिनों कॉफी कैफे डे ने कहा था कि वह अपना सारा कर्जा उतार देगी. इसके लिए उसने अपना प्लान भी सार्वजनिक किया था.
फिलहाल देश में कॉफी कैफे डे के 1700 आउटलेट्स
कॉफी कैफे डे के देश में 1700 आउटलेट्स हैं. यह स्टारबक्स के आउटलेट्स की संख्या से ज्यादा है. कैफे कॉफी डे में प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर एंड कंपनी की 6.07 हिस्सेदारी है. स्टैंडर्ड चार्टड की हिस्सेदारी 5.7 और इन्फोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलकेनी की 2.69 फीसदी हिस्सेदारी है.
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