जेट एयरवेज की परेशानियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. कैश की कमी के चलते शुक्रवार को ही एयरलाइंस ने अपने ऑपरेशन वीकएंड के लिए सस्पेंड कर दिए थे. अब कंपनी के कर्मचारियों ने अपनी बकाया पेमेंट को लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. बता दें कंपनी इस वक्त बड़े इकनॉमिक क्राइसिस से जूझ रही है.
शनिवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर जेट एयरवेज के पॉयलट, फ्लाइट अटेंडेंट और ग्राउंड स्टाफ ने कंपनी मैनेजमेंट के खिलाफ सैलरी न देने के विरोध में प्रदर्शन किया.
मुंबई में भी हुआ था प्रदर्शन
इससे पहले शुक्रवार को मुंबई में भी कंपनी के कर्मचारियों ने सैलरी को लेकर प्रदर्शन किया था. उन्होंने जेट मैनेजमेंट, जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और एसबीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
बता दें जेट एयरवेज का संकट शुक्रवार को सीरियस हो गया. इस वक्त कंपनी के केवल 11 प्लेन ही ऑपरेशन्स में हैं. कंपनी ने सोमवार तक के लिए सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है.
PMO में बुलाई गई थी इमरजेंसी मीटिंग
स्थिति पर विचार करने के लिए पीएमओ में इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई गई थी.इसके बाद एविएशन सेक्रेटरी प्रदीप सिंह खरोला ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जेट मैनेजमेंट से बात भी की थी. एविएशन मिनिस्टर ने यह भी स्पष्ट किया था कि फिलहाल जेट एयरवेज को चलाने लायक कैश की व्यवस्था है.
जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल की कंपनी में 50.1 फीसदी हिस्सेदारी है. यह इस वक्त बैंक ग्रुप्स के पास गिरवी है. पिछले महीने गोयल ने अपनी हिस्सेदारी घटाकर 25.5 फीसदी करने पर सहमति जताई थी. इस कदम से जेट एयरलाइन को करीब 1,500 करोड़ रुपये कैश मिल सकेगा. साथ ही गोयल ने कंपनी के डॉयरेक्टोरियल बोर्ड से हटने पर भी सहमति जताई थी.
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