वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विदेशी निवेशकों को लुभाने की पुरजोर कोशिश में हैं. वित्त मंत्री ने आईएमएफ हेडक्वार्टर में कहा कि विदेशी निवेशकों को भारत से अच्छी जगह नहीं मिल सकती. भारत में लोगों को लोकतंत्र से प्रेम है और यहां पूंजीपतियों के लिए सम्मान का माहौल है. साथ ही सरकार आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिए लगातार काम कर रही है.
भारत अब भी सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं में शुमार
सीतारमण ने कहा, ‘‘ भारत अब भी सबसे तेज रफ्तार अर्थव्यवस्थाओं से एक है. इसके पास बेहतर स्किल्ड ह्यूमन रिसोर्स है और ऐसी सरकार है जो सुधार के नाम पर जरूरी चीजों और इन सबसे ऊपर लोकतंत्र और कानून के शासन पर लगातार काम कर रही है.’’
निवेशकों को भारत में ही निवेश क्यों करना चाहिए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भले ही अदालती व्यवस्था में थोड़ी देरी हो जाती है लेकिन भारत एक पारदर्शी और खुला समाज है. उन्होंने कहा कि भारत में कानून-व्यवस्था के तहत काम होता है. यहां बहुत तेजी से सुधार हो रहे हैं. सुधारों में देरी न हो इसके लिए भी काम हो रहा है.
सीतारमण ने इंश्योरेंस कंपनी की ओर निवेश सीमा हटाने से जुड़े सवालों का जवाब दिया. सीतारमण ने कहा सरकार को यह समझने की जरूरत है कि निवेश सीमा हटाने के अलावा इस सेक्टर की कंपनियों की उससे और क्या उम्मीदें हैं.
निवेशकों के साथ विश्वास में कमी नहीं
उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था से जुड़े लोगों से हर सप्ताह बातचीत कर रही है. कॉरपोरेट सेक्टर और निवेशकों के साथ भरोसे में कोई कमी नहीं आई है. उन्होंने कहा कि लोगों में इस बात को लेकर समझ बढ़ी है कि सरकार सुनने को तैयार है. साथ ही वे प्रतिक्रिया देने को भी तैयार दिखते हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था सुस्त रफ्तार के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार राजकोषीय घाटे को और नहीं बढ़ने देगी. उनकी सरकार मुश्किल में फंसे सेक्टरों की दिक्कतें सुलझाने के लिए कदम उठा रही है.
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