बैंक लॉकर मेंटेन करना अब महंगा हो सकता है. एसबीआई ने बैंक लॉकर के चार्जेज बढ़ा दिए हैं, 31 मार्च से नई दरें लागू हो जाएंगीं. एसबीआई के बाद दूसरे बैंक भी लॉकर चार्ज बढ़ा सकते हैं. इसलिए आने वाले दिनों में बैंक लॉकरों में अपनी कीमती चीजें रखना आपके लिए महंगा हो सकता है.
कितना बढ़ा है एसबीआई का लॉकर चार्ज?
वेबसाइट की मुताबिक एसबीआई के लॉकर चार्जेज में सालाना 500 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है. एसबीआई के छोटे लॉकर के रेंटल चार्ज में 500 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है अब यह 2000 रुपये हो जाएगा. जबकि एक्स्ट्रा लॉर्ज लॉकर अब 9000 की बजाय सालाना 12,000 रुपये के चार्ज पर मिलेगा. इसमें जीएसटी चार्ज शामिल नहीं है.
एसबीआई लॉकर चार्ज ( 31 मार्च से लागू)
छोटे लॉकर
- ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्र - 1500 रुपये
- मेट्रो और शहरी क्षेत्र - 2000 रुपये
मीडियम लॉकर
- ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्र- 3000 रुपये
- मेट्रो और शहरी क्षेत्र- 4000 रुपये
लार्ज लॉकर
- ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्र- 6000 रुपये
- मेट्रो और शहरी क्षेत्र- 8000 रुपये
एक्स्ट्रा लार्ज लॉकर
- ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्र- 9000 रुपये
- मेट्रो और शहरी क्षेत्र- 12000 रुपये
एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, उसने लॉकर के आकार के आधार पर रेंटल चार्ज को 500-3,000 रुपये तक बढ़ाने का फैसला किया है. यह फीस इस बात पर भी निर्भर करेगी कि लॉकर ग्रामीण, अर्द्धशहरी, शहरी या मेट्रो इलाके में से किस इलाके पर है. एसबीआई के ब्रांच में मौजूद लॉकर सर्विस अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में शहरी इलाकों की तुलना में ज्यादा सस्ती है.
एसबीआई छोटे और मीडियम लॉकर के लिए वन टाइम लॉकर रजिस्ट्रेशन चार्ज वसूलता है. यह चार्ज 500 रुपये है. जीएसटी अलग से लगता है. लार्ज और एक्स्ट्रा लार्ज लॉकर के लिए 1000 रुपये लगता है. इसमें जीएसटी अलग से लगता है. लॉकर रेंट वक्त पर न देने पर 40 फीसदी तक पेनाल्टी लग सकती है
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