देशभर में वैक्सीन की कमी के बीच केंद्र सरकार ने अब बताया है कि 18 से 44 साल तक के लोगों को भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है. इस आयुवर्ग के लोग भी वैक्सीनेशन सेंटर पर ही अपना रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन लगवा सकते हैं. लेकिन सरकार ने ये फैसला उस वक्त लिया है, जब 18+ के लिए कई राज्यों में वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है.
ऑन साइट रजिस्ट्रेशन का कितना फायदा, कितना नुकसान?
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद हालात सुधरने की जगह और बिगड़ने की आशंका है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि पहले ही इस आयुवर्ग के लिए वैक्सीन की कमी है, ऐसे में अलग बिना स्लॉट बुकिंग के लोग वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचे तो क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
18+ के ऑन साइट रजिस्ट्रेशन से जरूर उन कुछ राज्यों के लोगों को फायदा होगा, जहां पर वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. वहां के युवा सीधे वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर वैक्सीन लगा पाएंगे. लेकिन इससे कुछ बड़े राज्यों की तस्वीर बदल सकती है. मुंबई, दिल्ली और बाकी कुछ बड़े शहरों के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर भीड़ की तस्वीरें रोजाना हमें देखने को मिलती हैं. जहां वॉकइन वैक्सीनेशन की सुविधा है, वहां पर ज्यादातर ये हाल देखने को मिलता है.
वैक्सीन के लिए सेंटरों के चक्कर काटेंगे लोग?
अब तक के प्रोसेस के मुताबिक 18 से 44 साल तक के लोग कोविन ऐप पर जाकर अपने लिए स्लॉट देखते थे और मिलने पर ही वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचते थे. जहां उन्हें कुछ मिनट या फिर कहीं एक घंटे के इंतजार के बाद वैक्सीन लग जाती थी. जिसे वैक्सीन स्लॉट नहीं मिलता था, वो अगले दिन का इंतजार करता था. लेकिन अब 18+ वाले लोग भी बिना रजिस्ट्रेशन के वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचेंगे, जिससे वहां भीड़ और ज्यादा बढ़ेगी. वैक्सीन की कमी के चलते लोगों को एक के बाद एक सेंटर पर भटकना भी पड़ सकता है.
इसीलिए वैक्सीन की सप्लाई में कमी के बीच सरकार का ये ऑन साइट रजिस्ट्रेशन का ये फैसला कुछ राज्यों के प्रशासन के सामने मुसीबत खड़ी कर सकता है. इसके बाद प्रशासन के सामने वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़ को नियंत्रित करना और कोरोना नियमों का पालन करवाना एक बड़ी चुनौती होगी.
इन राज्यों में 18+ वैक्सीनेशन पर रोक
अब आपको बताते हैं कि कौन से वो राज्य हैं जहां पर वैक्सीन की कमी के चलते 18+ का ऑन साइट वैक्सीनेशन तो दूर, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बावजूद वैक्सीनेशन नहीं हो सकता है. राजधानी दिल्ली में 18 से 44 साल तक के लोगों का वैक्सीनेशन पूरी तरह से बंद हो गया है. सरकार का कहना है कि केंद्र की तरफसे वैक्सीन नहीं मिल रही है, जिसके चलते सेंटर बंद करने पड़े हैं. दिल्ली में 45 साल से ऊपर वाले लोगों के लिए भी कुछ ही दिन की वैक्सीन बाकी है.
दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र भी वैक्सीन की किल्लत से जूझ रहा है. कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले महाराष्ट्र ने 12 मई को ही बता दिया था कि 18 से 44 साल का वैक्सीनेशन रोक रहे हैं. जब वैक्सीन उपलब्ध होगी तो वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा. वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ भी इस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन रोकने का ऐलान कर चुके हैं.
ऐसे में जब इन राज्यों में वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है तो यहां के युवा कैसे सीधे सेंटर पर जाकर वैक्सीनेशन वाली सुविधा का फायदा उठा पाएंगे. साथ ही जब भी कुछ लाख डोज उपबल्ध होंगी और ये राज्य 18+ वैक्सीनेशन शुरू करेंगे तो सेंटर्स पर लोगों की भीड़ टूट पड़ेगी. जिसे कंट्रोल करना राज्य सरकारों के लिए काफी मुश्किल साबित हो सकता है.
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