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अंबेडकर नगर: गढ़ माया का,लहर ‘भगवा’ की, पर इस बड़े कारण से साइकल कर गई क्लीनस्वीप

Ambedkar Nagar- ‘भगवा लहर’ के बीच भी एक ऐसा जिला जहां हरेक सीट पर अखिलेश यादव की साइकिल ने बाजी मारी

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UP Chunav Ambedkar Nagar results 2022: यूपी की जनता ने अपना जनादेश सुना दिया है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है. 403 विधानसभा सीटों वाले इस सूबे में बीजेपी ने 255 अपने नाम किये हैं जबकि समाजवादी पार्टी के हाथ केवल 111 सीटें ही आईं. लेकिन इस ‘भगवा लहर’ के बीच भी एक ऐसा जिला था जहां की हरेक सीट पर अखिलेश यादव की साइकिल ने बाजी मारी है और बीजेपी हाथ मलते रह गयी. हम बात कर रहे हैं अंबेडकर नगर की, जो कभी मायावती का गढ़ कहा जाता था.था.

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10 मार्च को आये नतीजों में जिले की सभी 5 विधानसभा सीटों -टांडा, अकबरपुर, कटेहरी, जलालपुर और आलापुर - पर एसपी उम्मीदवार विजयी रहे. खास बात है कि 2012 के चुनावों में भी एसपी ने पांचों सीट पर जीत दर्ज की थी जबकि 1993 और 2007 के चुनाव में सभी सीट BSP के खाते में रही थीं. इस स्टेारी में हम आपको बताते हैं अंबेडकर नगर की हरेक सीट पर आए इन नतीजों को और उनके पीछे की वजह को.

किस सीट पर क्या स्थिति

टांडा

  1. जीते- राम मूर्ति वर्मा (SP) - 95263 वोट

  2. दूसरे - कपिल देव (BJP) - 63166 वोट

  3. तीसरे - शबाना खातून (BSP) - 45222 वोट

  4. चौथे- इरफ़ान अहमद (AIMIM) - 7442 वोट

अकबरपुर

  1. जीते- राम अचल राजभर (SP) - 81931 वोट

  2. दूसरे - धर्मराज निषाद (BJP) - 69595 वोट

  3. तीसरे - चंद्र प्रकाश वर्मा (BSP) - 53398 वोट

  4. चौथे- प्रियंका (कांग्रेस) - 2735 वोट

कटेहरी

  1. जीते- लालजी वर्मा (SP) - 93524 वोट

  2. दूसरे - अवधेश कुमार (NISHAD) - 85828 वोट

  3. तीसरे - प्रतीक पांडेय (BSP) - 58482 वोट

  4. चौथे- निशात फातिमा (कांग्रेस) - 2049 वोट

जलालपुर

  1. जीते- राकेश पांडेय (SP) - 93668 वोट

  2. दूसरे - डॉ राजेश सिंह (BSP) - 80038 वोट

  3. तीसरे - सुभाष चंद्र राय (BJP) - 71236 वोट

आलापुर

  1. जीते- त्रिभुवन दत्त (SP) - 74165 वोट

  2. दूसरे - त्रिवेणी राम (BJP) - 64782 वोट

  3. तीसरे - सुकेशरादेवी गौतम (BSP) - 53061 वोट

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10 साल बाद समाजवादी पार्टी का क्लीनस्वीप

आमतौर पर मायावती के नेतृत्व वाले बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माने जाने वाले इस जिले में 10 साल बाद समाजवादी की साइकल ने क्लीनस्वीप किया है. लोगों का कहना है कि चुनाव से पहले ही यहां समाजवादी पार्टी की लहर मानी जा रही थी और अंदेशा था कि असली मुकाबला SP और BSP के बीच ही होगा. हालांकि चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी ने यहां कमबैक किया और उसका असर अंतिम नतीजों पर भी दिखता है. जिले की 5 सीट में से 4 पर बीजेपी और उसकी सहयोगी निषाद पार्टी दूसरे स्थान पर रही.

अब आपको बताते हैं वह खास कारण जिसने एसपी को यहां से क्लीन स्वीप कराया. असल बात यह है कि पांचों सीट पर जीत दर्ज करने वाले समाजवादी पार्टी के ये उम्मीदवार बड़े चेहरे हैं और अनुभवी भी. टांडा से पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा, अकबरपुर से पूर्व मंत्री रामअचल राजभर, कटेहरी से पूर्व मंत्री लालजी वर्मा, जलालपुर से पूर्व सांसद राकेश पाण्डेय व आलापुर से पूर्व सांसद त्रिभुवनदत्त सभी का अच्छा खासा जनाधार है और इनकी हस्ती भी जानी पहचानी है, यही बाात एसपी को पांचों सीटों से जिताने का कारण बनी.

अंबेडकर नगर का यह जनादेश पूर्व मुख्यमंत्री और BSP सुप्रीमो मायावती को परेशान करेगा. 1993 और 2007 के चुनाव में सभी 5 सीटों पर कब्जा करने वाली BSP आज 4 सीट पर नंबर 3 की पार्टी बन गयी है.

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