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बिहार चुनाव: 30% से ज्यादा कैंडिडेट के खिलाफ आपराधिक केस- 5 खबरें

चुनाव से ठीक पहले अब ओपिनियन पोल नतीजों के बारे में क्या संकेत दे रहे हैं?- बिहार चुनाव की खबरें

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बिहार में आज कहां हो रही रैलियां, क्या है खास? चुनाव से ठीक पहले अब ओपिनियन पोल नतीजों के बारे में क्या संकेत दे रहे हैं? बिहार चुनाव 2020(Bihar Assembly Election) से जुड़े अपडेट्स पढ़ने की इससे बढ़िया जगह कोई नहीं. तो ये रहीं Quint बिहार चुनाव के इस एडिशन की पांच खबरें.

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1. 30% से ज्यादा उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के उम्मीदवारों में से 30% से ज्यादा के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 1,064 में से 244 उम्मीदवारों ने उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है. करीब 328 उम्मीदवारों ने उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.

कैंडिडेट्स के हलफनामे में संपत्ति का ब्योरा भी है जिसके मुताबिक कुल 375 यानी 35% ने अपनी संपत्ति करोड़ों रुपये बताई है जबकि 5 उम्मीदवारों ने शून्य संपत्ति घोषित की है. RJD के 41 उम्मीदवारों में से 30 (73%) ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले और 22 (54%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

BJP के 29 उम्मीदवारों में से 21 (72%) ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की सूचना दी हैं और 13 (45%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों में से करीब 12 (57%), JDU के 35 उम्मीदवारों में से 15 (43%) और BSP के 26 में से 8 उम्मीदवारों (31%) ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

2. बिहार में महागठबंधन को करीब 100 सीटें, LJP को 6 सीटों पर जीत-सर्वे

बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अब ओपिनियन पोल नतीजों की धुंधली तस्वीर बता रहे हैं. इंडिया टुडे ने लोकनीति-CSDS के सर्वे के आंकड़े पेश किए जिनमें बताया गया कि अब भी नीतीश कुमार को ही ज्यादातर लोग सीएम की कुर्सी के लिए बेहतर उम्मीदवार मान रहे हैं. इसके अलावा इस ओपिनियन पोल में किसे कितनी सीटें मिल रही हैं, ये अनुमान भी लगाया गया. जिसमें एनडीए को सबसे ज्यादा सीटें और बहुमत मिलता हुआ दिख रहा है. वहीं महागठबंधन 100 सीटों के आंकड़े के नजदीक नजर आ रहा है.

एनडीए को मिलता दिख रहा बहुमत

बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं. जिनमें से बुहमत के लिए किसी भी गठबंधन को कुल 122 सीटें चाहिए. लोकनीति-CSDS के सर्वे के मुताबिक एनडीए को बिहार विधानसभा में 133 से लेकर 143 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं महागठबंधन के खाते में 88 से लेकर 98 सीटें आ सकती हैं. इसके अलावा बिहार चुनाव में ट्विस्ट लाने वाले चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी को 2 से 6 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं अन्य को 6-10 सीटें मिल सकती हैं.

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3. रैली के दौरान तेजस्वी यादव पर फेंकी गई चप्पल

बिहार में मंगलवार को चुनाव प्रचार के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर एक चुनावी सभा के दौरान चप्पल फेंकने का घटना सामने आई है. औरंगाबाद के कुटुंबा क्षेत्र में तेजस्वी एक रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उनके ऊपर किसी ने चप्पल फेंक दी.

तेजस्वी पर एक के बाद एक दो चप्पलें फेंकी गईं, एक चप्पल उनके बगल से गुजरी तो वहीं दूसरी चप्पल उनकी गोद में जा गिरी, लेकिन तेजस्वी ने इसकी परवाह नहीं की और भाषण जारी रखा और भाषण देने के बाद वहां से चुपचाप रवाना हो गए.
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4. कहां रैलियां, क्या है खास

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज बिहार में चुनाव प्रचार करेंगे. सीएम योगी ने मंगलवार को तीन सभाओं को संबोधित किया था जबकि आज भी कई रैली में शामिल होंगे. योगी आदित्‍यनाथ जमुई विधानसभा क्षेत्र में BJP प्रत्याशी और अंतरराट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह के समर्थन में जनता को संबोधित करेंगे. इसके बाद भोजपुर के तरारी और पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में उनकी रैली होगी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय कहलगांव, पडरिया, बड़हरा, भोजपुर, कैमूर में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे.

NDA कैंडिडेट के पक्ष में अपने निश्चय संवाद कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 4 सभाएं करेंगे. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 21 अक्टूबर को 10 विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे.

कांग्रेस और LJP के घोषणा पत्र जारी करने का भी दिन है. इसके साथ ही चिराग पासवान अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे.

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5. कुशवाहा का वादा

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट(GDSF) की सरकार बनी, तो पढ़ाई, कमाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई उसकी प्राथमिकता होगी. हम सरकारी स्कूलों में शिक्षा की बेहतर व्यवस्था करेंगे ताकि पिछड़ों–अतिपिछड़ों, महादलितों, अल्पसंख्यकों व गरीब सवर्णों के बच्चे बेहतर तालीम हासिल कर आत्मनिर्भर बनें और समाज, प्रदेश व देश को दिशा दे सकें.

अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा में सुधार किया जाएगा. कुशवाहा मंगलवार को उम्मीदवारों के पक्ष में कई जनसभाओं में बोल रहे थे.

पहले चरण के लिए होने वाले चुनाव में कुशवाहा ने मोकामा, बेलहर, बांका, सुल्तानगंज, जमुई, सिकंदरा और कुर्था विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी रैलियों में हिस्सा लिया़ उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बदतर हैं. शिक्षकों का हाल बेहाल है.

बता दें, GDSF गठबंधन में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, उपेंद्र कुशवाहा की RLSP, मायावती की BSP के अलावा समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक), जनतांत्रिक पार्टी (सोशलिस्ट), सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी शामिल हैं. कुशवाहा के नेतृत्व में ही ये फ्रंट चुनाव लड़ेगा.

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