जम्मू-कश्मीर के बीजेपी नेताओं पर मीडिया को अपने पक्ष में खबर छापने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगा है. ये मामला लेह का है. आरोप है कि मीडियाकर्मियों को लिफाफे में पैसे रखकर दिए गए.
लेह की डिप्टी इलेक्शन ऑफिसर अवनि लवासा ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. मंगलवार को अवनि ने कहा कि उन्होंने कोर्ट से भी संपर्क किया है और इस केस में एफआईआर दर्ज किए जाने के लिए निर्देश की मांग कर रही हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी के कुछ नेता पत्रकारों को एक लिफाफा देते हुए नजर आ रहे हैं.
शुरुआती जांच के बाद चुनाव अधिकारी अवनि लवासा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने इस बारे में कहा है कि ये मामला आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ आपराधिक भी है.
6 मई को हुआ था लद्दाख में मतदान
लद्दाख में 6 मई को वोटिंग हुई थी, इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, अवनि लवासा ने बताया है कि शुरुआती तौर पर मीडियावालों का घूस देने की बात सच पाई गई है. अभी तक इस मामले में तीन शिकायतें की गई हैं.
रवींद्र रैना ने आरोपों से किया इनकार
लेह प्रेस क्लब ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना, एमएलसी विक्रम रंधावा समेत कई सीनियर बीजेपी नेताओं पर रिश्वत देने का आरोप लगाया है. ये घटना 2 मई की बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि मीडिया को अपने पक्ष में खबर दिखाने के लिए ये पैसे दिए गए. हालांकि रवींद्र रैना ने इन आरोपों का खारिज करते हुए कहा कि है मीडियाकर्मियों को जो लिफाफे दिए गए थे, उसमें पैसे नहीं बल्कि बीजेपी की जनसभा में पत्रकारों को आमंत्रित करने के लिए इंविटेशन कार्ड था.
रैना का कहना है उस जनसभा में कुछ प्रभावशाली लोगों को बुलाने के लिए 2000 कार्ड छपवाए गए थे. पत्रकारों को लिफाफा देते हुए जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें पैसे नहीं बल्कि वही कार्ड है.
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