बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है. मायावती ने कहा है कि वो 2019 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी.
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती ने कहा, “मैं जब चाहूं, लोकसभा का चुनाव जीत सकती हूं. कभी भी चुनकर संसद में जा सकती हूं. हमारा गठबंधन मजबूत स्थिति में है, फिर भी मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी. अभी पिछड़ों के लिए लड़ना है और पूरे यूपी पर ध्यान केंद्रित करना है.”
मायावती ने कहा, “मौजूदा हालात को देखते हुए और पार्टी जनहित को लेकर यह फैसला लिया है. मुझे पूरा भरोसा है कि मेरी पार्टी के लोग मेरे इस फैसले को समझेंगे और पूरी लगन से गठबंधन को जिताने में जुट जाएंगे.”
'मैं कभी भी चुनकर संसद में जा सकती हूं'
मायावती ने कहा:
आगे जहां से चाहूं, सीट खाली कराकर चुनाव लड़कर संसद जा सकती हूं. अगर मैं चुनाव लड़ती हूं तो मेरे मना करने के बाद भी कार्यकर्ता मेरी लोकसभा सीट पर प्रचार करने जाएंगे, इससे बाकी सीटों पर चुनाव प्रभावित होगा.
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन का जीतना ज्यादा जरूरी है, राजनीति में कई बार कड़े फैसले लेने पड़ते हैं, अभी देशहित और पार्टी के मूवमेंट को देखते हुए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है.
SP-BSP गठबंधन
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मायावती की पार्टी ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और आरएलडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. चुनावी गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो समाजवादी पार्टी 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. साथ ही अजित सिंह की आरएलडी को तीन सीटें दी गयी हैं. इसके अलावा दो सीटें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए छोड़ी गई है.
2014 में जीरो पर सिमत गई थी बीएसपी
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 80 में से 71 सीटें जीती थीं, जबकि मायावती की पार्टी को एक भी सीट नहीं हासिल हुई थी.
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