लोकसभा चुनाव के नतीजों से ठीक पहले चंद्रबाबू नायडू विपक्ष की हर कड़ी को जोड़ने में जुटे हैं. रैलियों और जनसभाओं का शोर थमते ही अब बैठकों का दौर शुरू हो चुका है. नायडू तीन दिन से लगातार मैराथन मीटिंग कर रहे हैं. राहुल गांधी, शरद पवार, मायावती, अखिलेश यादव, शरद यादव, सीताराम येचुरी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं से नायडू मुलाकात कर चुके हैं.
नहीं थम रहा मुलाकातों का दौर
चंद्रबाबू नायडू ने खुद कई बड़े विपक्षी नेताओं को साधने की जिम्मेदारी ली है. इसके लिए वो पिछले कई दिनों से दिल्ली और यूपी में नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. अब रविवार को एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीपीआई नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की. इससे पहले शनिवार को भी नायडू इन नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि अभी वो कुछ और नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं. ये मुलाकातों का दौर अभी नतीजों के दिन तक चल सकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन यानि 23 मई को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में कई बड़े विपक्षी दल शामिल हो सकते हैं. नतीजों को देखते हुए इस बैठक में सरकार बनाने को लेकर फैसला लिया जा सकता है
नतीजों के दिन दावे की योजना
चंद्रबाबू नायडू की यह कवायद चुनाव नतीजों के दिन ही सरकार बनाने का दावा ठोकने को लेकर चल रही है. अगर एनडीए सरकार बनाने लायक बहुमत लेकर नहीं आता है तो ऐसी स्थिति में विपक्षी एकजुटता ही काम आ सकती है. विपक्ष अगर एकजुट रहा और पहले से ही सभी पार्टियों को मना लिया गया तो नतीजे आते ही सरकार बनाने को लेकर बहुमत साबित करने का दावा ठोका जा सकता है. नतीजों के दिन होने वाली विपक्ष की बैठक पर फिलहाल सबकी नजरें टिकी हैं.
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