नेशनल न्यूज चैनल पर छाए रहने वाले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा पुरी से चुनावी मैदान में हैं. मैदान में उतरते ही संबित पात्रा ने हाई प्रोफाइल शख्सियत को त्यागते हुए साधारण वेशभूषा अपना ली है. पुरी लोकसभा सीट पर तीन राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं के बीच मुकाबला है. पात्रा के सामने चुनावी मैदान में मौजूदा सांसद पिनाकी मिश्रा हैं जो बीजेडी के प्रवक्ता हैं. कांग्रेस ने अपनी प्रदेश इकाई के मीडिया चीफ और मुख्य प्रवक्ता सत्यप्रकाश नायक को चुनाव मैदान में उतारा है.
अपने स्किल का जमकर कर रहे हैं इस्तेमाल
पुरी में जनता का वोट अपने पक्ष में करने के लिए ये उम्मीदवार टीवी चर्चाओं के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले कौशल को काम में ला रहे हैं. पुरी हिंदुओं के लिए चार “धामों” में से एक हैं. पात्रा प्रचार के लिए निकलने से पहले धोती कुर्ता के साथ ओडिया ‘गमछा' धारण करते हैं और सिर पर चंदन का टीका लगाते हैं. कई बार वो सामुदायिक तलाब में डुबकी लगाते हैं और ग्रामीणों के घरों पर नाश्ता करते भी नजर आए हैं.
मैं ओडिया हूं, गमछा मेरा प्रतीक है: पात्रा
पात्रा ने कहा, “मैं आदर्श रूप में एक ओडिया हूं, मेरा गमछा इस बात का प्रतीक है. मैं गरीब परिवार से हूं और बीजेडी के अत्यंत अमीर उम्मीदवार को चुनौती देने की हिम्मत दिखाई है, जिसने लोगों की कभी चिंता नहीं की.” पुरी को क्यों चुना ये पूछने पर पात्रा ने कहा, “क्योंकि मुझे नरेंद्र मोदी ने भेजा है और भगवान जगन्नाथ ने बुलाया है. आप तब तक यहां से नहीं लड़ सकते जब तक भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद न हो.”
उन्होंने कहा कि वो यहां मोदी के कहने पर चुनाव लड़ने आए हैं. बीजेपी प्रत्याशी ने कहा, “ऐसी चर्चा थी कि मोदी पुरी से लड़ेंगे. लेकिन मोदी जी ने मुझे अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजा.” पात्रा के पहनावे की पिनाकी ने की आलोचना
वहीं पिनाकी मिश्रा का नाम पार्टी के उन चार सांसदों में से है जिन्हें बीजेडी ने फिर से चुनाव मैदान में उतारा है. उन्होंने पात्रा के पहनावे की आलोचना की और उन्हें मोदी सरकार के कपट का परिणाम बताया. मिश्रा ने कहा, “बीजेपी उम्मीदवार राजनीतिक लाभ के लिए भगवान जगन्नाथ का प्रयोग कर रहे हैं. पुरी के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे.” मिश्रा ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार “बाहरी” हैं जिनका पुरी के साथ कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा, “वे चुनाव के लिए पुरी आते हैं और लोगों के सामने घड़ियाली आंसू बहाते हैं.” साथ ही मिश्रा ने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद वे लौट जाएंगे जबकि मैं हमेशा लोगों के साथ हूं. कांग्रेस के नायक जो पत्रकार से नेता बने हैं, पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने भी कहा कि पुरी से प्रत्याशी बनाया जाना किस्मत की बात है.
(सोर्स: भाषा)
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