पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने शनिवार, 27 नवंबर को शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) को चुनौती दी कि वो यह साबित करें कि पंजाब के पुलिस महानिदेशक इकबाल प्रीत सिंह सहोता के साथ बंद कमरे में बैठक की है.
लगातार खबरों में रहने वाले सिद्धू ट्वीट करते हुए कहा कि
“मैं जुबान देता हूं कि मैं राजनीति छोड़ दूंगा यदि सुखबीर सिंह बादल यह साबित कर दें कि मैंने कभी भी नए डीजीपी पंजाब के साथ कोई बंद कमरे में बैठक की है, जिन्होंने 2015 में निर्दोष सिख लड़कों को अवैध रूप से हिरासत में लिया था, बादल को क्लीन चिट दी और नई सरकार बनने के बाद से पूर्व डीजीपी सैनी के आंखों के तारे हैं”
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू का यह बयान उस दिन आया है जब सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास के बाहर ड्रग्स के मामले में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार करने की राज्य सरकार की कथित योजना का विरोध करने के लिए गिरफ्तार किया गया.
अपने निर्वाचन क्षेत्र में जनसभाओं की अध्यक्षता करने अमृतसर पहुंचे नवजोत सिद्धू ने कहा कि अकाली दल के अध्यक्ष मीडिया से झूठ बोल रहे हैं कि उन्होंने (सिद्धू) डीजीपी से मुलाकात की थी.
सिद्धू ने जनसभाओं के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि
"मैं पीठ में छुरा नहीं घोंपता हूं. उन्हें (सुखबीर) साबित करना चाहिए कि मैं पूर्व पुलिस प्रमुख सुमेध सिंह सैनी के आंखों के तारे सहोता से मिला था. मैं उनके (सहोता) नियुक्त होने के दिन से ही उनके खिलाफ हूं. मैं कैबिनेट की पहली बैठक के बाद से बेअदबी का मुद्दा उठा रहा हूं. जब मैं उनसे मिलूंगा तो दुनिया को बताऊंगा. अपने फार्महाउस पर चुपके से मिलना आपका काम है."
नवजोत सिद्धू ने कहा कि बादल ने अपने निजी फायदे के लिए राज्य की जनता को लूटा है और केंद्र सरकार के हाथों की कठपुतली का काम किया है. उन्होंने कहा "अब जनता की सरकार चुनी जाएगी और लाभ लोगों को वापस मिलेगा."
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