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नक्सली हमले पर ट्विटर यूजर्स-‘श्रेय से पहले जिम्मेदारी लेना सीखें’

महाराष्ट्र के गड़चिरोली हमले में 15 कमांडो समेत 16 लोगों की जान चली गई

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महाराष्ट्र के गड़चिरोली में हुए नक्सली हमले में 15 जवानों समेत 16 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. प्रधानमंत्री मोदी ने हमले की निंदा करते हुए हमले को घिनौना बताया. पीएम ने कहा कि हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. हमले में शहीद हुए जवानों को पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है.

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सुरक्षा में लापरवाही बताते हुए विपक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट में लिखा, 'पिछले 5 सालों में नक्सली हमलों में 390 जवानों का शहीद होना दिखाता है कि देश को सुरक्षित रखने का मोदी सरकार का दावा कितना खोखला है.'

ट्विटर ने भी हमले को लेकर मोदी सरकार से सवाल पूछे कि इन हमलों के लिए कौन जिम्मेदार है? सरकार क्यों इसका समाधान ढूंढने में नाकाम है?

यूजर्स ने अपने ट्वीट में 'अर्बन नक्सल', 'टुकड़े टुकडे़ गैंग' और 'लुटियंस मीडिया' का भी जिक्र किया.

एक यूजर ने कटाक्ष करते हुए पूछा कि इन हमलों के लिए मोदी, राजनाथ, डोवाल, फडणवीस या इंटेलिजेंस ब्यूरो को क्यों जिम्मेदार ठहराया जाता है, जब वो इन मामलों से सीधे जुड़े भी नहीं हैं.

यूजर ने लिखा कि मोदी सरकार की नाकामियों को छिपाने के लिए कन्हैया, स्वरा जैसे लोगों पर इसका इल्जाम लगा दिया जाता है.

एक यूजर ने पीएम से पाकिस्तान से पहले नक्सली इलाकों में 'सर्जिकल स्ट्राइक' करने के लिए कहा.

वरिष्ठ नेता मणि शंकर अय्यर ने मोदी से किसी भी चीज का श्रेय लेने से पहले जिम्मेदारी लेने को कहा.

हमले की खबर आने के बाद, ट्विटर पर #MaafiMaangoModi (माफी मांगो मोदी) ट्रेंड करने लगा. विपक्ष और बाकी ट्विटर यूजर्स ने इस हैशटैग ट्वीट किया कि पीएम सुरक्षा में लापरवाही के लिए माफी मांगें.

कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने लिखा, 'सबसे बड़ा मजाक वो था जब मोदी ने कहा था कि नोटबंदी नक्सली हमले बंद कर देगी.'

लोकसभा चुनावों के शुरू होने के बाद से ये दूसरा नक्सली हमला है. सात चरणों वाले इस चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं. पांचवा चरण 6 मई, छठा 12 मई और सातवां 19 मई को है.

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