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रायबरेली: सोनिया ने रैली में वोटरों को दिलाई मोदी के वादों की याद

सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में इस लोकसभा चुनाव की अपनी पहली चुनावी रैली की.

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यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में इस लोकसभा चुनाव की अपनी पहली चुनावी रैली की. इस दौरान उन्होंने मोदी पर हमला बोलते हुए लोगों से कहा कि आपके हाथों में आपका अहम वोट एक मजबूत हथियार है. आप सभी को मोदी जी के 15 लाख रुपये और 2 करोड़ नौकरी वादों के बारे में पता है. सोनिया रायबरेली से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रही हैं.

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क्या कहा सोनिया ने

अपने भाषण के दौरान सोनिया ने लोगों से कहा, "कुछ दिनों के बाद आप लोग मतदान करने वाले हैं. आपके हाथों में आपका एक अहम वोट एक मजबूत हथियार है. इससे आप उन लोगों को सबक सिखा सकते हैं, जिन्होंने आपसे झूठे वादे किए हैं. आपको याद होगा प्रधानमंत्री मोदी ने आप से क्या-क्या वादे किए थे. सभी लोगों के खाते में 15 लाख रुपये दिए जाएंगे. 2 करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी. किसानों की दोगुनी आमदनी, कामगारों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए तमाम घोषणाएं की थी. लेकिन सच्चाई कुछ और है, जो आप सबके सामने है. युवा अभी भी नौकरी की तलाश कर रहे हैं. किसानों को पता चला कि दोगुनी आमदनी सिर्फ एक जुमला था. औरतों को अपना परिवार चलाना पहले की तुलना में कितना मुश्किल हो गया."

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मोदी सरकार पर हमला

सोनिया गांधी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "नोटबंदी और जीएसटी की वजह से छोटे कारोबारियों का धंधा चौपट हो गया है. मोदी सरकार ने बड़े-बड़े उद्योगपतियों पर देश का खजाना न्योछावर किया है. यूपीए सरकार ने आप लोगों के लिए जो तमाम योजनाएं शुरू की थी, उनको मोदी सरकार ने बंद कर दिया है. हमने किसानों के विकास के लिए जो योजनाएं शुरू किए, ये उनमें जानबूझकर रुकावटें डालते गए."

प्रियंका बोलीं- मोदी सरकार की असलियत देश के सामने

इससे पहले मंच पर प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर किसान, नौजवान और महिलाओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में 12,000 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. हर महीने किसान से बीमा के नाम पर पैसा लेकर 10 हजार करोड़ रुपयों का लाभ कुछ चुनिंदा लोगों को दिया जा रहा है. किसान का कर्ज माफ करने के लिए पैसा नहीं लेकिन कुछ पूंजीपति लोगों का लाखों करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया गया. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की असलियत देश के सामने आ चुकी है. देश में किसान की कमर टूट चुकी है. किसान बताते हैं कि आमदनी दोगुनी नहीं आधी हो चुकी है."

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