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पश्चिम बंगाल और असम दूसरे चरण की वोटिंग के लिए तैयार

1 अप्रैल को दोनों राज्यों में डाले जाएंगे वोट, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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पश्चिम बंगाल और असम में कुल 69 विधानसभा सीटों के लिए दूसरे चरण का मतदान गुरुवार को होने जा रहा है, चुनाव आयोग ने इसे लेकर राज्य प्रशासन के साथ मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए सभी इंतजाम सुनिश्चित किए. पश्चिम बंगाल में 30 विधानसभा क्षेत्रों और असम में 39 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें कई पोलिंग टीमें कठिन इलाकों, खराब रास्तों और नदियों को पार करते हुए विशिष्ट बूथों तक पहुंचेंगी.

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चुनाव आयोग ने क्या कहा?

चुनाव आयोग ने कहा कि उसने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, और उसके सभी अधिकारी आज शाम तक मतदान केंद्रों पर पहुंच जाएंगे. चुनाव आयोग ने कहा, "कठिन इलाके, भारी बारिश और अवरुद्ध सड़कें भी हमारे समर्पित अधिकारियों को नहीं रोक सकते, जो चुनाव ड्यूटी में शामिल हैं."

चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि दूसरे चरण में मतदान होने वाले सभी बूथों को उचित सुरक्षा रडार के तहत रखा जाएगा, क्योंकि अधिकांश क्षेत्र बहुत संवेदनशील हैं, और अन्य राज्यों से सटे राज्यों की सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में सुरक्षाकर्मियों द्वारा जिले और शहरों की सीमाओं में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच की जा रही है.

लगभग 700 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कंपनियों को पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और बांकुरा जिलों में तैनात किया गया है. हालांकि, मतदान के लिए पूरी तरह से शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए असम में 500 से अधिक सीएपीएफ भी तैनात किए जा रहे हैं.

बंगाल की हाई प्रोफाइल सीट

हाई-प्रोफाइल नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र में भी दूसरे चरण के अंतर्गत मतदान होगा, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कभी अपने खास रहे सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ खड़ी हैं. सुवेंदु भाजपा से जीत का दम भर रहे हैं.

पश्चिम बंगाल की 30 सीटों पर दूसरे चरण के मतदान के लिए कुल 171 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां 75,94,549 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

असम विधानसभा चुनाव की तैयारियां

बीजेपी शासित असम में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 126 विधानसभा क्षेत्रों में से कल 39 सीटों के लिए मतदान होना है. इस चरण में 26 महिला उम्मीदवारों सहित 345 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा. मध्य और दक्षिणी असम में स्थित सीटों के लिए महीनेभर चले व्यापक चुनाव प्रचार का दौर मंगलवार को थम गया. इन सीटों में से छह अनुसूचित जनजाति के लिए और पांच अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.

महिलाओं के हाथों में भी होगी कमान

असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खाडे ने कहा कि गुरुवार को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुचारु चुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कुल 36,09,959 महिलाओं सहित 73,44,631 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. कुल 1,09,292 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 556 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां प्रबंधन की कमान महिलाओं के हाथ में है.

खाडे ने मीडिया को बताया कि 80 साल या इससे अधिक उम्र के 89,875 मतदाता हैं और पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले कुल 90,000 वोटर हैं. इस चरण में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हजारों राज्य सुरक्षा बल के जवानों के साथ-साथ लगभग 31,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात किए गए हैं. चुनाव प्रक्रिया को सुचारु ढंग से संपन्न कराने के लिए 42,368 मतदानकर्मी भी लगे हुए हैं.

क्या कहते हैं समीकरण?

इस चरण में जिन 39 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से 15 दक्षिणी असम के बराक घाटी क्षेत्र में आती हैं. इस क्षेत्र में तीन जिले हैं - कछार, करीमगंज और हैलाखांडी हैं, जिनमें ज्यादातर बंगाली भाषी लोग हैं. 2016 के चुनाव में बीजेपी ने इनमें से 8, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 4 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

गुरुवार के मतदान में असम के कई मंत्रियों के भी चुनावी भाग्य का फैसला किया जाएगा. इनमें मत्स्य, आबकारी, पर्यावरण व वन मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री पीयूष हजारिका, सिंचाई मंत्री भबेश कलिता और उप-सभापति अमीनुल हक लस्कर शामिल हैं.

किन दिग्गजों के बीच लड़ाई?

शुक्लाबैद्य बीजेपी के टिकट पर सातवीं बार धोलाई सीट से, हजारिका जगरीरोड से और कलिता रंगिया से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व मंत्री गौतम रॉय बीजेपी के टिकट पर कटिगोराह से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पूर्व डिप्टी स्पीकर दिलीप कुमार पॉल सिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. पॉल ने टिकट नहीं मिलने के बाद बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि बाद में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.

तीसरे और अंतिम चरण में 6 अप्रैल को 40 सीटों पर मतदान होगा. परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे. पहले चरण में शनिवार को 47 निर्वाचन क्षेत्रों में 8,109,815 मतदाताओं में से लगभग 80 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे.

महीने भर के व्यस्त चुनाव अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मध्य प्रदेश के समकक्ष शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला उन केंद्रीय नेताओं में से थे, जिन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.

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