दंगल गर्ल जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने पर अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि ये हो सकता है कि फैसला जायरा का न हो, उनपर एक्टिंग छोड़ने का दबाव डाला गया हो.
मेरा पहला रियक्शन था. अगर उसने धर्म के नाम पर ये फैसला लिया है तो हो सकता है कि ये उनका फैसला नहीं हो. ऐसा हो सकता है कि उसे ये फैसला लेने के लिए मजबूर किया गया हो. लेकिन ये उनकी जिंदगी है, अगर वो ऐसा फैसला लेना चाहती हैं तो मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं. मेरा मानना है कि उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए.अनुपम खेर, एक्टर
अनुपर खेर ने ये भी कहा कि वो इस बात से दुखी हैं कि जहां एक बॉलीवुड में आने कईयों का सपना होता है, जायरा ने अपने 'सपनों को तोड़ डाला'.
मैं दुखी था क्योंकि एक लड़की ने अपने एक्टर बनने के सपने को तोड़ डाला. गॉड ने उन्हें इतना अच्छा प्लेटफॉर्म दिया था. मैं एक एक्टिंग स्कूल चलाता हूं, बहुत सारे लोग यहां कुछ बनना चाहते हैं और उन्हें ये प्लेटफॉर्म मिला था.अनुपम खेर, एक्टर
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 30 जून को सुबह-सुबह अभिनेत्री जायरा वसीम ने अपने फेसबुक पेज पर बॉलीवुड को छोड़ने का ऐलान किया. इसके लिए उन्होंने धार्मिक कारणों का हवाला दिया. अभिनेत्री का कहना था.
इस क्षेत्र ने वास्तव में मुझे बहुत प्यार, समर्थन और प्रशंसा दिया है, लेकिन इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर ले जाने का काम भी किया, क्योंकि मैं चुपचाप और अनजाने में ‘ईमान’ से बाहर भटक गई (अल्लाह की इबादत में मुस्लिमों का दृढ़ मार्ग). जब मैंने ऐसे माहौल में काम करना जारी रखा जो लगातार मेरे ईमान में दखल दे रहा था, तो मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता खतरे में पड़ गया था.
जायरे के फैसले पर सोशल मीडिया दंगल
जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर ‘दंगल’ छिड़ गया है. कुछ नेताओं ने जहां उनके इस फैसले का बचाव किया, तो वहीं लेखक तसलीमा नसरीन उनके फैसले से खुश नहीं हैं और उन्होंने इस फैसले को मूर्खतापूर्ण बताया है. वहीं पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल ने जायरा के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले पर लिखा, 'जायरा वसीम के एक्टर बनने के फैसले का मैंने हमेशा सम्मान किया है. किसी दूसरे कश्मीरी ने इतनी कम उम्र में इतना बड़ा स्टेटस, सफलता और शोहरत हासिल नहीं किया है. और आज जब वो इंडस्ट्री छोड़ रही हैं, तो मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं.'
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)