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रुड़की में ‘आर्टिकल 15’ बैन, कार्रवाई की तैयारी में अनुभव सिन्हा

जातिवाद के मुद्दे पर बनी है आयुष्मान खुराना की ‘आर्टिकल 15’

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आयुष्मान खुराना की फिल्म 'आर्टिकल 15' विवादों से बाहर नहीं आ पा रही है. कानपुर में ब्राह्मण संगठनों के विरोध के बाद अब फिल्म को उत्तराखंड के रुड़की में बैन कर दिया है. रविवार, 30 जून को रुड़की के एसडीएम रविंद्र सिंह नेगी ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने का आदेश पास किया.

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ये आदेश हिंदू सेना के विरोध के बाद आया है, जिन्होंने एसडीएम से फिल्म पर बैन लगाने की मांग की थी. हिंदू सेना का आरोप है कि फिल्म एक खास समुदाय की गलत छवि पेश कर रही है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए स्टेटमेंट में एसडीएम नेगी ने कहा, 'मेरे खयाल से अगर शहर में फिल्म को रिलीज होने दिया, तो इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है.'

लोकल पुलिस ने बताया कि आदेश के बाद फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई है. रुड़की के स्टेशन हाउस ऑफिसर अमरजीत सिंह ने कहा, 'हमें आदेश मिला था. हमने सुनिश्चित किया है कि आदेश पूरी तरह से लागू हो. अब शहर में फिल्म नहीं दिखाई जा रही है.'

कार्रवाई करेंगे अनुभव सिन्हा

रुड़की में फिल्म के बैन होने पर अनुभव सिन्हा कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. अनुभव सिन्हा ने कहा कि वो इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं और इसे वो कोर्ट में चैलेंज करेंगे.

जगह-जगह फिल्म के खिलाफ उतरे लोग

रुड़की से पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में ब्राह्मण संगठनों ने फिल्म के विरोध में एक मल्टीप्लेक्स के बाहर धरना प्रदर्शन किया, जिस कारण फिल्म के कई शो रद्द करने पड़े थे.

‘ये फिल्म समाज में फैली कुरीतियों और जातिवाद को उजागर करती है. अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में आयुष्मान खुराना एक पुलिस ऑफिसर का रोल निभा रहे हैं, जो गैंगरेप और मर्डर केस की जांच कर रहे हैं.’

'आर्टिकल 15' का विरोध हालांकि रिलीज से पहले से ही हो रहा है. अनुभव सिन्हा ने रिलीज से पहले करणी सेना और ब्राह्मण संगठनों के लिए एक खुला खत भी लिखा था.

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