नागरिकता कानून को लेकर देशभर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन और पुलिस के एक्शन पर बॉलीवुड सितारों ने रिएक्ट किया है. अनुराग कश्यप, ट्विंकल खन्ना, परिणीति चोपड़ा, आयुष्मान खुराना, विकी कौशल समेत कई एक्टर्स-डायरेक्टर ने छात्रों का साथ दिया है.
परिणीति चोपड़ा ने ट्विटर पर लिखा, ‘अगर आवाज उठाने पर ऐसा ही हाल हुआ, तो CAA भूल जाओ, एक बिल पास करें और हम अपने देश को लोकतांत्रिक कहना बंद करें. अपने मन की बात कहने पर निर्दोष लोगों को पीटा जा रहा है. ये बर्बरता है.’
कमल हासन बोले, ‘ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये लोग जब युवा थे जो सत्ता में हैं, उन्होंने भी ठीक यही काम किया था. उन्होंने अपनी आवाज उठाई. युवाओं को राजनीतिक रूप से जागरूक होना होगा और नेता बनना होगा. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. आप इसे उत्तेजना बता रहे हैं, लेकिन राजनीति सबके जीवन को छूती है और ये सब पर असर डालती है. उन्हें ये समझना होगा, सवाल उठाने ही होंगे, राजनीति में दखल देना ही होगा, और जब इन सवालों का गला घोंट दिया जाएतो लोकतंत्र खतरे में है, आईसीयू में है.’
आलिया भट्ट ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में संविधान की फोटो शेयर कर सभी को स्टूडेंट्स से सीखने की सलाह दी है.
कोंकणा सेन शर्मा ने ट्विटर पर लिखा, ‘हम छात्रों के साथ हैं. दिल्ली पुलिस शर्म करो.’
ट्विंकल खन्ना ने अपना एक पुराना ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, ‘हिंसा के जरिए हम अपने बच्चों की आवाज दबा रहे हैं. मैं सेक्युलर और लोकतांत्रिक भारत के साथ हूं, जहां शांतिपूर्ण विरोध हमारा संवैधानिक अधिकार है.’
सुशांत सिंह ‘सावधान इंडिया’ शो से बाहर हो गए हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उन्हें नागरिकता कानून के खिलाफ सच बोलने की सजा मिली है.
विकी कौशल ने लिखा, ‘जो हो रहा है, वो सही नहीं है. लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी राय रखने का अधिकार है. एक नागरिक के तौर पर हिंसा दुखद है. किसी भी कीमत पर लोकतंत्र में हमारा विश्वास नहीं हटना चाहिए.’
आयुष्मान खुराना ने लिखा, ‘छात्रों के साथ जो हुआ उसे देखकर परेशान हूं और इसकी निंदा करता हूं. हम सभी को विरोध करने का अधिकार है. हालांकि, ये प्रदर्शन हिंसक नहीं होने चाहिए. देशवासियों, ये गांधी का देश है. अहिंसा हमेशा एक्सप्रेस करने का तरीका होना चाहिए. लोकतंत्र में भरोसा रखिए.’
ट्विटर पर लौटते हुए अनुराग कश्यप बोले, ‘ये सरकार फासीवादी है. मुझे बहुत गुस्सा आता है इस बात पर कि वो लोग जो बदलाव ला सकते हैं, खामोश बैठे हुए हैं.’
स्वरा भास्कर ने लिखा, ‘छात्रों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है? हॉस्टल में आंसू गैस का उपयोग क्यों हो रहा है? दिल्ली पुलिस ये क्या चल रहा है. चौंकाने वाला और शर्मनाक.’
हॉलीवुड एक्टर जॉन क्यूसैक ने ट्विटर पर अरुंधति रॉय का एक कोट शेयर कर लिखा, ‘नोटबंदी से बिगड़ी इकनॉमी को कवर करने के लिए भारत में छात्रों को फासीवादी एक-दूसरे के खिलाफ कर रहे हैं, लेकिन वो अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. ये फासीवाद हर जगह है.' एक दूसरे ट्वीट में क्यूसैक ने लिखा, 'भारत की इकनॉमी आईसीयू में है - अराजकता - गृह युद्ध.’
राजकुमार राव ने लिखा, ‘छात्रों के मामले में पुलिस ने जिस तरह की हिंसा का सहारा लिया, मैं उसकी निंदा करता हूं. लोकतंत्र में नागरिकों शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है. इसके साथ ही मैं किसी भी तरह की सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने की भी निंदा करता हूं. किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं है.’
रितेश देशमुख ने लिखा, ‘मैं शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ हूं. मैं किसी भी तरह की हिंसा के साथ नहीं हूं. मुझे हमेशा से अपनी पुलिस फोर्स पर गर्व रहा है, लेकिन इस बार उन्हें थोड़ी सावधानी से काम लेना चाहिए था. हमारे छात्र ये डिजर्व नहीं करते.’
दीया मिर्जा ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा, ‘ये छात्र वही कर रहे हैं, जो हमें उनके लिए करना चाहिए था. भारत सभी के लिए है. ये पीछे हटने का समय नहीं है. इंडिया के आइडिया को बचाने के लिए हम सभी को साथ आना चाहिए.’
रिचा चड्ढा ने ट्विटर पर लिखा कि वो छात्रों के साथ हैं.
अभय देओल ने लिखा, ‘स्टूेडेंट्स हमारे एसेट हैं और हमें उनका साथ देना चाहिए.’
नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई कोनों से विरोध की आवाजें आ रही हैं. दिल्ली, अलीगढ़, मुंबई, लखनऊ, बनारस समेत कई शहरों में प्रदर्शन किया जा रहा है. दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों और पुलिस की हिंसक झड़प के बाद देशभर के छात्रों ने जामिया स्टूडेंट्स को अपना समर्थन दिया है. वहीं, अमेरिका की 19 प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ने भी छात्रों को सपोर्ट किया है.
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