शाहिद कपूर की हाल ही में रिलीज हुई 'कबीर सिंह' जहां एक ओर बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही है, वहीं दूसरी ओर महिलाओं के खिलाफ हिंसा दिखाने के लिए फिल्म की आलोचना हो रही है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) की सदस्य वाणी त्रिपाठी टीकू ने भी फिल्म की आलोचना की है.
वाणी त्रिपाठी टीकू ने ट्विटर पर लिखा,
‘एक बहुत खराब मिसॉजिनिस्ट और बेहद हिंसक फिल्म. अर्जुन रेड्डी पहले ही खराब थी और अब ये रीमेक. क्या इसके अच्छा परफॉर्म करने पर मैं सरप्राइज हूं... वेल!’वाणी त्रिपाठी टीकू, सीबीएफसी सदस्य
वाणी त्रिपाठी ने ऐसा रोल चुनने के लिए शाहिद कपूर की भी आलोचना की. उन्होंने लिखा, 'मुझे ये हैरान करता है कि 'बड़े स्टार्स' इन्हें चुनते हैं, जो खुद दूसरों के लिए उदाहरण हैं! इस देश की सिनेमैटिक जर्नी महिला को ट्रेडिशनल आई कैंडी दिखाने के रूटीन से आगे बढ़ चुकी है. क्या हम याद रख सकते हैं कि फिल्म के कैरेक्टर्स को कैसे पूजा जाता है?'
‘किसी ने मुझसे पूछा कि एक रोल चुनने पर एक्टर ने क्या गलत किया? डियर, कभी कुछ गलत या सही नहीं होता, स्क्रीन पर क्या दिखाने की आपकी च्वाइस ही बताती है कि आप क्या हैं! एक कैरेक्टर सिर्फ एक पेपर के पीस की तरह है, अगर उसे एक्टर ने जिया नहीं है तो!’वाणी त्रिपाठी टीकू, सीबीएफसी सदस्य
सोना मोहापात्रा ने भी की थी शाहिद की आलोचना
सिंगर सोना मोहापात्रा ने भी ऐसा रोल चुनने के लिए शाहिद कपूर की आलोचना की थी. सोना ने लिखा था, ‘क्या ऐसा रोल चुनने के लिए एक्टर की कोई जिम्मेदारी नहीं है जो समाज को पीछे ले जा रहा है? क्या हम अब ये बन गए हैं? एंबीशियन के क्रिएचर्स?’
सोशल मीडिया भी शाहिद की फिल्म ‘कबीर सिंह’ पर दो हिस्सों में बंट गया है. जहां कई यूजर्स इसमें दिखाए गए टॉक्सिक रिलेशनशिप को गलत बता रहे हैं, वहीं शाहिद के फैंस का कहना है कि फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है.
'कबीर सिंह' 2017 में आई सुपरहिट तेलुगू फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' का हिंदी रीमेक है. दोनों ही फिल्मों को संदीप रेड्डी वांगा ने डायरेक्ट किया है. फिल्म की कहानी एक ऐसे मेडिकल स्टूडेंट की है जो अपनी जूनियर से प्यार करता है, लेकिन जब उसकी शादी किसी और से हो जाती है तो वो बर्बादी की राह पर निकल पड़ता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)