बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने दुआओं के लिए फैंस का शुक्रिया कहा है. अमिताभ बच्चन की हाल ही में एक सर्जरी हुई है, जिसके बाद उन्होंने ब्लॉग लिखकर सभी चाहने वालों को शुक्रिया कहा. पिछले साल ही कोरोना वायरस को मात देने वाले अमिताभ अब ठीक हैं.
महानायक अमिताभ बच्चन की कौन सी सर्जरी हुई है, इसे लेकर कोई पुष्टि तो नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी मोतियाबिंद की सर्जरी हुई है. उन्होंने अपने ब्लॉग में जिक्र किया है कि उनकी आंख की सर्जरी हुई है.
दिग्गज अभिनेता ने शनिवार रात अपने ब्लॉग पर सर्जरी के लिए जाने के बारे में लिखा था. उन्होंने लिखा था, “मेडिकल कंडीशन... सर्जरी... लिखने में असमर्थ.”
कई बीमारियों को मात दे चुके हैं बिग बी
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पहले भी कई गंभीर बीमारियों और चोटों से जूझ चुके हैं. अमिताभ बच्चन टीबी, हैपेटाटिस बी जैसी बीमारियों को हरा चुके हैं.
‘कूली’ के सेट पर हुए थे बुरी तरह घायल
अमिताभ बच्चन का सबसे बड़ा एक्सीडेंट 1982 में ‘कूली’ फिल्म के सेट पर हुआ था. बैंगलोर यूनिवर्सिटी कैंपस पर पुनीत इसरार के साथ एक सीन की शूटिंग के दौरान उन्हें गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस एक्सीडेंट के बाद उनकी कई सर्जरी हुई थीं.
साल 2018 में लिखे अपने एक ब्लॉग में उन्होंने इसका जिक्र करते हुए लिखा था,
“इंटेस्टाइन टेबल के कोने या मुक्के से रप्चर हो गई थी, इसके तुरंत पता लगने से हालात आसान हो जाते, लेकिन 1982 का बैंगलोर आज का बैंगलोर नहीं था. वहां मेडिकल फेसिलिटी लिमिटेड थीं.”
Myasthenia Gravis से भी हुए पीड़ित
Myasthenia Gravis एक न्यूरोमस्कुलर बीमारी है, जिसमें पीड़ित को काफी थकान हो जाती है, और वो रोजमर्रा के काम करने में भी असमर्थ हो जाता है. अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में बताया था कि वो कूली फिल्म सेट पर हुए एक्सीडेंट के बाद इससे पीड़ित हुए थे.
उन्होंने बताया था, “मैं कुछ कदमों से ज्यादा चल नहीं पा रहा था, ब्रश नहीं कर पा रहा था, पानी नहीं पी पा रहा था. वो मुझे वापस मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले गए और मबताया कि मुझे Myasthenia Gravis है.”
KBC के दौरान जब TB का पता चला
अपने ब्लॉग में अमिताभ बच्चन ने ट्यूबरक्लोसिस (TB) से अपनी लड़ाई का भी जिक्र किया है. अमिताभ बच्चन ने बताया कि साल 2000 में वो कौन बनेगा करोड़पति की शूटिंग कर रहे थे, जब उन्होंने TB का पता चला था.
“साल 2000 में, मुझे TB का पता चला और करीब एक साल तक इसका इलाज चला. TB रीढ़ की हड्डी में था. ये काफी बहुत असहज होता है. आप बैठ या लेट नहीं सकते. ज्यादातर समय, मैं 8-10 दर्द पेन किलर्स गोलियां ले रहा था, केवल एंकरिंग के दौरान होने वाले दर्द को झेलने के लिए.”अमिताभ बच्चन
अमिताभ का केवल 25% लीवर काम करता है
2015 में अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया था कि उनके लीवर का केवल 25 फीसदी हिस्सा ही काम करता है. हैपेटाइटिस बी वायरस से जूझने के बाद उनके लीवर के अधिकतर हिस्से को नुकसान पहुंचा था. इसे लेकर उन्होंने कहा था,
“हैपेटाइटिस बी मुझे गलती से हुआ. कूली फिल्म के सेट पर मेरे एक्सीडेंट के बाद, मुझे 200 डोनर्स का खून चढ़ाया गया और करीब 60 बोतल खून मुझ में डाला गया. एक ब्लड डोनर को हैपेटाइटिस बी था, जो कि मेरे अंदर भी चला गया. मैं साल 2000 तक, यानी एक्सीडेंट के करीब 18 साल बाद तक सही से काम करता था. एक नॉर्मल मेडिकल चेकअप के दौरान, मुझे बताया गया कि मेरे लीवर में इंफेक्शन है और मेरा 75% लीवर खराब हो गया है.”
इन बीमारियों के कारण अमिताभ बच्चन को कई बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है. अक्टूबर 2019 में लीवर में परेशानी के चलते अमिताभ 3 दिन तक अस्पताल में रहे थे.
जुलाई 2020 में हुआ था कोरोना
अमिताभ बच्चन और बेटे अभिषेक बच्चन ने पिछले साल 11 जुलाई को सोशल मीडिया पर कोरोना पॉजिटिव आने की जानकारी दी थी. इसके बाद दोनों को मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अमिताभ को अगस्त के पहले हफ्ते में डिस्चार्ज कर दिया गया था.
अमिताभ और अभिषेक के बाद पूरे बच्चन परिवार और स्टाफ का टेस्ट कराया गया था, जिसमें ऐश्वर्या और उनकी बेटी आराध्या पॉजिटिव आईं थीं.
कई फिल्मों में दिखाई देंगे अमिताभ
अमिताभ बच्चन सेहत से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने काम में कभी रुकावट नहीं आने दी. बिग बी जल्द ही कई फिल्मों में दिखाई देंगे. उनकी अगली रिलीज रूमी जाफरी का मनोवैज्ञानिक सस्पेंस ड्रामा ‘चेहरे’ है, जिसमें इमरान हाशमी और रिया चक्रवर्ती भी लीड रोल में हैं.
इसके अलावा वो अजय देवगन द्वारा निर्देशित थ्रिलर ‘मेडे’ की शूटिंग कर रहे हैं. फिल्म में रकुल प्रीत सिंह भी हैं. अमिताभ, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ अयान मुखर्जी की ‘ब्रह्मास्त्र’ में भी दिखेंगे. ये फिल्म इसी साल रिलीज होगी. वाकई अमिताभ न सिर्फ एक्टिंग में बल्कि मुश्किलों का मुकाबला कर, जिंदगी जीने के मामले में भी प्रेरणा हैं.
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