कुछ सालों पहले एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई, जिसने एक दक्षिण भारतीय स्टार को ग्लोबल स्टार बना दिया. वो स्टार थे प्रभास और फिल्म थी 'बाहुबली'. 2015 में आई 'बाहुबली: द बिगनिंग' और 2017 में आई 'बाहुबली: द कंक्लूजन' ने प्रभास को घर-घर में मशहूर कर दिया. फिल्म का दूसरा पार्ट तो कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत की सबसे कमाऊ फिल्म बन गई. अब इसके दो साल बाद प्रभास एक और फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसपर सभी की निगाहें टिकीं हैं. उनकी फिल्म 'साहो' 30 अगस्त को रिलीज होगी.
बाहुबली देखकर प्रभास की कद काठी, बाहुबल और उनकी आवाज के लोग दीवाने हो गए. इस किरदार में दर्शक ने एक अवतार को महसूस किया, जो स्टारडम से बहुत आगे था. प्रभाष एक सुपरमैन बनकर उभरे.
'साहो', 'बाहुबली' के बाद उनकी पहली फिल्म है. लगभग दो साल के बाद वो बड़े पर्दे पर नजर आएंगे. ये पहली बार नहीं है जब प्रभास ने किसी फिल्म को इतना वक्त दिया हो. भले मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान को कहा जाता हो, लेकिन प्रभास भी उनसे ज्यादा पीछे नहीं हैं. प्रभास फिल्म में अपनी जी-जान लगा देते हैं.
2002 में करियर की शुरुआत
प्रभास 15 सालों से तेलुगू फिल्मों में काम कर रहे हैं. अपने फिल्मी करियर की शुरुआत उन्होंने 2002 में ‘ईश्वर’ फिल्म से की थी. इस तेलुगू एक्शन ड्रामा फिल्म में उनके ऑपोजिट श्रीदेवी विजयकुमार थीं. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई, इसके बाद वो 2003 में ‘राघवेंद्र’ में मुख्य भूमिका में दिखाई दिए.
प्रभास को असली पहचान मिली 2004 में आई ‘वर्षम’ से. इस रोमांटिक एक्शन फिल्म में प्रभास के ऑपोजिट तृषा थीं. दोनों की केमेस्ट्री लोगों को खूब पसंद आई थी और फिल्म हिट रही थी. इसके बाद वो 'पूर्णामी', 'योगी', 'मुन्ना' में नजर आए. उनका फिल्मी सफर लगातार आगे बढ़ता गया और उनके अभिनय से इंडस्ट्री में उनकी धाक जमती चली गई.
बाहुबली को दिए 5 साल
2005 में राजामौली की फिल्म ‘छत्रपति’ में एक रिफ्यूजी का किरदार निभाकर उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया. राजामौली प्रभास की अदाकारी से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने 'बाहुबली' जैसी बड़ी बजट की फिल्म में उन्हें लेने का फैसला कर लिया.
'बाहुबली' एक बड़े बजट की बड़ी फिल्म थी. इस फिल्म के लिए प्रभास ने डायरेक्टर पर पूरा भरोसा दिखाया और पूरे पांच साल सिर्फ इसी फिल्म को दे दिए. इस दौरान उन्होंने कोई दूसरी फिल्म साइन नहीं की.
‘मैंने बाहुबली को अपनी जिंदगी के पांच साल दिए. इस फिल्म को बनाने का एक-एक पल मेरे लिए यादगार है. अमरेंद्र बाहुबली और महेंद्र बाहुबली कभी मेरे सिस्टम से बाहर नहीं निकलेगा.’प्रभास, एक्टर
राजामौली ने खुद एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि प्रभास के बिना ये फिल्म बन ही नहीं सकती थी. 2015 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली’ ने प्रभास को दक्षिण भारत से बाहर स्थापित किया.
‘साहो’ की शूटिंग में भी लगा समय
‘साहो’ की शूटिंग के दौरान भी प्रभास ने कोई दूसरी फिल्म नहीं साइन की और अपना पूरा ध्यान इसी फिल्म पर लगाया. इस फिल्म में प्रभास ने कई दमदार एक्शन सीन भी किए हैं. फिल्म दुबई में शूट हुई इस फिल्म में प्रभास काफी अलग अंदाज में नजर आएंगे.
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