RRR के मशहूर गाने नाटू-नाटू ने दुनिया भर में धूम मचा दी है. बुधवार की सुबह जैसे ही ये खबर आई कि इस फिल्म को बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड मिला है, तो इस गाने की धुन पर आम लोग क्या तमाम सेलेब्स भी झूमने लगे, खुद शाहरुख खान ने सोशल मीडिया पर बताया कि जैसे की इस गाने को अवॉर्ड मिलने की खबर सुनी तो वो इस पर डांस करके खुशी मनाने लगे. कुछ ऐसा ही आलम देश के लाखों लोगों का है, इस गाने में लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है, हम आपको बताते हैं इस गाने से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
राजामौली को कैसे आया गाने का ख्याल?
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक एस एस राजामौली एनटीआर जूनियर और राम चरण दोनों को एक साथ एक मंच पर डांस करते देखना चाहते थे, दोनों बेहतरीन डांसर हैं, इसलिए दोनों की जुगलबंदी दर्शकों के लिए खास होगी. राजामौली ने संगीतकार किरावानी से इस बारे में चर्चा की और इसके लिए गीतकार चंद्रबोस को चुना गया.
गाने का बैकड्रॉप 1920 का रखना था, साथ ही ऐसा जोशीला गाना लिखने को कहा गया, जिसे सुनकर लोगों के पैर थिरकने लगे. खास तौर पर गाने में शब्दों का चुनाव भी उसी दशक के हिसाब से करने को कहा गया.
RRR में जूनियर एनटीआर का किरदार तेलंगाना से हैं, तो वहीं राम चरण का आंध्रप्रदेश से इसलिए दोनों राज्यों की भाषाओं के शब्दों का प्रयोग इस गाने में किया गया.
गाने को किसने किया कोरियोग्राफ?
इस धमाकेदार गाने के कोरियोग्राफर हैं प्रेम रक्षित (Prem Rakshith), इस गाने को कोरियोग्राफ करने में करीब 2 महीने का वक्त लगा था, दोनों सितारों के लिए 100 से ज्यादा स्टेप्स तैयार किए गए. इस गाने को शूटिंग पूरे करने में 20 दिन लगे और 40 से ज्यादा रिटेक हुए. प्रेम के लिए दो बड़े सुपरस्टार को एक साथ नचाना आसान नहीं था, इसके लिए उनको काफी मशक्कत करनी पड़ी.
यूक्रेन में हुई गाने की शूटिंग
कोविड की वजह से गाने की शूटिंग भारत नहीं बल्कि यूक्रेन के कीव में की गई थी. यूक्रेन के वोल्दिमीर जेलेंस्की के महल के बाहर इस गाने की शूटिंग हुई थी. जेलेंस्की ने शूटिंग की परमिशन दे दी थी, जिस वजह से गाने को शूट करने में कोई दिक्कत नहीं आई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)