बॉलीवुड (Bollywood) में अपनी एक्टिंग से धाक जमाने वाले विक्की कौशल (Vicky Kaushal) एक नए अंदाज में दर्शकों के सामने आए हैं. उनकी नई फिल्म 'गोविंदा नाम मेरा' (Govinda Naam Mera Review) डिज्नी + हॉटस्टार पर रिलीज हो गई है. यह एक कॉमेडी थ्रिलर है. जो आपको अपनी ओर खिंचती है, लेकिन जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, इसका जोश ठंडा पड़ने लगता है.
गोविंद ए वाघमारे या गोविंदा (Vicky Kaushal) एक कोरियोग्राफर के रूप में अपना नाम बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि उसका सौतेला भाई उसकी संपत्ति हथियाने की फिराक में है.
गोविंदा को हर कोई परेशान करता रहता है, विशेष रूप से उसकी दबंग पत्नी गौरी (Bhumi Pednekar). भूमि अपने इस किरदार में जबरदस्त दिखी हैं. वहीं गोविंदा की एक गर्लफ्रेंड भी है सुक्कू यानी कियारा आडवाणी (Kiara Advani).
'गोविंदा नाम मेरा' डेविड धवन की फिल्म जैसी लगती है और वैसी है भी. लेकिन अफसोस की बात है कि यह फिल्म एक सच्ची श्रद्धांजलि और नकल के बीच की रेखा को पार नहीं कर पाती.
कियारा आडवाणी और विक्की कौशल अपने-अपने किरदारों में अच्छे लगते हैं. दोनों की कॉमेडी भी अच्छी है. कियारा 'हीरो नंबर 1' या फिर 'अंदाज अपना-अपना' में आसानी से फिट हो सकती हैं. तृप्ति खामकर भी घर में काम करने वाली महिला के किरदार मनोरंजक हैं.
ऐसी स्टारकास्ट के साथ फिल्म के और मनोरंजक होने की उम्मीद रहती है, लेकिन अंत तक जाते-जाते फिल्म की कहानी हल्की और प्रेडिक्टेबल हो जाती है.
'गोविंदा नाम मेरा' एक वन-साइडेड फिल्म है जो सिर्फ हीरो के नजरिए से आगे बढ़ती है. दर्शकों को पुरुष के नजरिए से ही सबकुछ दिखाया जाता है. सुक्कू के साथ कुछ सीन आपत्तिजनक लग सकते हैं.
फिल्म इंडस्ट्री में नए कलाकारों के साथ किस तरह से बर्ताव होता है, इसे भी दिखाने की कोशिश की गई है और तंज किया गया है.
फिल्म के गाने मनोरंजक हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है जिसके बारे में ज्यादा लिखा जा सके. अगर आप निर्देशक शशांक खेतान के ब्रांड की फिल्मों के फैन हैं तो आपको ये फिल्म भी अच्छी लगेगी. इससे पहले उन्होंने 'हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया' और 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' का निर्देशन किया है. 'गोविंदा नाम मेरा' दोस्तों के साथ एक बार देखी जा सकती है.
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