इसी हफ्ते रिलीज हुई नवाजुद्दीन और आथिया शेट्टी की फिल्म ‘मोतीचूर चकनाचूर’ को देखकर दर्शकों के ख्वाब भी चकनाचूर हो गए. फिल्म लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई और अब फिल्म को लेकर एक और कंट्रोवर्सी जुड़ गई है. फिल्म की डायरेक्टर देबमित्रा बिस्वाल लोगों से इस फिल्म को ना देखने की अपील कर रही हैं.
देबमित्रा ने फेसबुक पर लंबा सा पोस्ट लिखा है, जिसमें वो बता रही हैं कि रिलीज हुई फिल्म वो नहीं है, जो उन्होंने बनाई थी. उन्होंने ये भी लिखा है कि फिल्म उस तरह से एडिट नहीं हुई है, जिस तरह से वो चाहती थीं. यहां तक कि फिल्म से कई सींस के गायब होने की भी उन्होंने बात की है.
फिल्म के रिलीज से पहले ही प्रोड्यूसर और डायरेक्टर की भी लड़ाई सामने आ गई थी. देबमित्रा का आरोप था कि उनके ड्यूज क्लियर नहीं किए गए. देबमित्रा कोर्ट भी पहुंचीं. अब वो लोगों से कह रही हैं कि मैंने इतनी मेहनत से फिल्म बनाई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इसे बर्बाद कर दिया.
‘मोतीचूर चकनाचूर’ की समस्या यही है कि नयी तरह की चीजों को फिल्म में रखने के बावजूद अंत तक पहुंचने का तरीका पुराना ही हो जाता है. इसके अलावा, वैवाहिक जिंदगी में हिंसा या दहेज जैसी दकियानूसी सामाजिक प्रथाओं जैसी विषयों पर फिल्म एक अस्पष्ट और विरोधाभासी स्टैंड लेती है. फिल्म पर तरस आती है, क्योंकि इसमें कुछ अच्छे एंटरटेनिंग पल हैं, जिसे सही तरीके से नहीं दिखाया गया है. अगर ऐसा होता तो यह दमदार हो सकती थी.
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