पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का लेटेस्ट गाना SYL (Sidhu Moosewala New Song SYL) रिलीज हो चुका है, जो उनकी मृत्यु के बाद सामने आने वाला उनका पहला सॉन्ग है. इस ट्रैक में भी पंजाबी रैप का यह बेताज बादशाह बिना हिचक अपनी बात कहता है. सिद्धू के ट्रैक में जल विवाद, अविभाजित पंजाब, 1984 के सिख दंगे, सिख आतंकवाद, सिख कैदी और किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर सिख झंडा फहराने जैसे मुद्दों का जिक्र है. खबर लिखे जाने तक केवल 5 घंटे के अंदर इस वीडियो ट्रैक को यूट्यूब पर 70 लाख/7 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है. इसको पहले घंटे में ही 1 मिलियन से अधिक व्यूज आ चुके थे.
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले के जवाहरके गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सिद्धू अपने पीछे SYL सहित कुछ रिकॉर्ड किए गए सांग्स को छोड़ गए हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार SYL ट्रैक को ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी से पहले रिलीज किया जाना था. सिद्धू अपने दोस्त और वीडियो प्रोड्यूसर स्टालिनवीर के साथ इस गाने के लिए वीडियो शूट करने की योजना बना रहे थे.
गाना क्या कहता है?
SYL गाने की शुरुआत आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता द्वारा हाल ही में दिए बयान से होती है- "अब हमारी पंजाब में सरकार है. 2024 में हरियाणा में भी हमारी सरकार आ रही है. 2025 में हरियाणा के हर खेत में पानी पहुंचेगा. यह हमारा वादा नहीं है बल्कि हमारी गारंटी है."
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार आगे गाने के बोल हैं कि हमें चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल दो. पानी के बारे में भूल जाओ, हम तब तक एक बूंद भी नहीं देंगे जब तक आप हमें संप्रभुता नहीं देंगे. रिपोर्ट के अनुसार एक जगह बोल हैं कि "मेरी कलम नहीं रुकेगी और हर दिन एक नया गीत लिखा जाएगा. अगर आप पीछे नहीं हटेंगे तो बलविंदर जट्टाना जैसा कोई वापस आ जाएगा"
गीत में सिख कैदियों की रिहाई की भी मांग की गई है. गाने में फरवरी 2022 में एक कार दुर्घटना में मारे गए पंजाबी गायक और अभिनेता दीप सिद्धू का बयान भी है.
ट्रैक का अंत राज्यपाल सत्यपाल मलिक के विवादित बयान के साथ होता है. कृषि कानूनों को रद्द नहीं करने के परिणामों की संभावना की ओर इशारा करते हुए मलिक ने कहा था कि “इंदिरा गांधी जानती थीं कि उन्हें मार दिया जाएगा और उन्हें मारा गया. उन्होंने पुणे में जनरल ए एस वैद्य और लंदन में जनरल डायर को मार डाला. इन कौमों के सब्र की परीक्षा मत लो.”
वीडियो में एक मैसेज आता है- " आप में से हरेक पंजाब नदी के पानी की रक्षा के लिए आखिरी उम्मीद है ताकि पंजाब को रेगिस्तान बनने से रोका जा सके". वीडियो का अंत #savepunjabwaters और #releasesikhprisoners हैशटैग के साथ होता है.
आखिर क्या था SYL विवाद?
सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर योजना पिछले 50 सालों से पंजाब का बड़ा विवाद माना जाता रहा है. 8 अप्रैल 1982 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने SYL नहर के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया था.
214 किमी लम्बे नहर का निर्माण किया जाना था, जिसमें से 122 किमी पंजाब में और 92 किमी हरियाणा में था. लेकिन शिरोमणि अकाली दल ने नहर निर्माण के विरोध में कपूरी मोर्चा के रूप में आंदोलन छेड़ दिया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इन घटनाओं ने आगे ऑपरेशन ब्लू स्टार को जन्म दिया.
जुलाई 1985 में तब के प्रधान मंत्री राजीव गांधी और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख संत हरचंद सिंह लोंगोवाल के बीच SYL नहर के निर्माण को फिर से शुरू करने के लिए एक समझौते हुआ. विवाद फिर तब बढ़ा जब समझौते पर हस्ताक्षर करने के एक महीने से भी कम समय बाद 20 अगस्त 1985 को लोंगोवाल की हत्या कर दी गयी.
23 जुलाई 1990 को SYL के चीफ इंजीनियर एमएल सेखरी और सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर अवतार सिंह औलख को भी मार डाला गया. बलविंदर जट्टाना ने ही जगतार सिंह पंजोला, बलबीर सिंह फौजी और हरमीत सिंह भाऊवाल के साथ मिलकर चीफ इंजीनियर की हत्या की थी. इसी नाम का जिक्र सिद्धू मूसेवाला के गाने में है. इसके बाद से रुकी SYL परियोजना आज तक शुरू नहीं हुई. बलविंदर जट्टाना 7 सितंबर 1991 को पंजाब पुलिस की मुठभेड़ में मारा गया था.
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