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Covaxin 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रभावी है: लैंसेट

कोवैक्सिन, भारत बायोटेक का COVID वैक्सीन, 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों में सुरक्षित और प्रभावी पाया गया.

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लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, भारत बायोटेक का कोवैक्सिन 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों में प्रभावी है.

पीयर रिव्यू किए गए इस अध्ययन से यह भी पता चलता है कि देश में विकसित इस COVID वैक्सीन से वयस्कों की तुलना में इस आयु वर्ग के बच्चों में अधिक न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी रिस्पॉन्स (neutralising antibody responses) देखे गए.

हम छोटे बच्चों में कोवैक्सिन के प्रयोग के बारे में क्या जानते हैं? लैंसेट के अध्ययन ने क्या पाया?

हम इन बातों की गहराई में जाते हैं.

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अध्ययन के मुख्य बिंदु

  • इस अध्ययन में भारत के 6 अस्पताल शामिल थे.

  • यह 27 मई, 2021 से 10 जुलाई, 2021 के बीच आयोजित किया गया था.

  • इसमें 2 से 18 वर्ष की आयु के 526 बच्चे शामिल किए गए थे.

  • उन्हें 12 से 18 साल (176), 6 से 12 साल (175), और 2 से 6 साल (175) के तीन समूहों में रखा गया था.

  • प्रतिभागियों को 28 दिनों के अंतराल पर कोवैक्सिन की 0.5 ml की दो खुराक दी गई थी.

इम्यूनो-कॉम्प्रमाइज्ड बच्चों को, और जिन बच्चों को पहले से COVID हो चुका था, स्टडी में शामिल नहीं किया गया.

रिसर्चरों ने टीकाकरण के 7 दिनों के बाद प्रतिकूल घटनाओं की जांच की और दूसरी खुराक के 28 दिन बाद न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी टाइटर्ज (neutralising antibody titres) के स्तर की जांच की.

इन परिणामों की तुलना उन वयस्कों के सीरम सैम्पलों से भी की गई, जिन्हें वही वैक्सीन उसी शेड्यूल पर दी गई थी.

अध्ययन में क्या पाया गया

अध्ययन रिसर्चरों के अनुसार इस आयु वर्ग में वैक्सीन अच्छी तरह सहा (tolerate) गया.

56वें ​​दिन, तीन समूहों में प्लाक रिडक्शन न्यूट्रलाइजेशन टेस्ट (plaque reduction neutralisation tests) में पाया गया कि न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी इस प्रकार विकसित हुईं:

  • पहले समूह में 95 प्रतिशत बच्चों में

  • दूसरे समूह में 98 प्रतिशत बच्चों में

  • तीसरे समूह में 98 प्रतिशत बच्चों में

वयस्कों की तुलना में, बच्चों में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी रिस्पॉन्स भी बेहतर देखे गए.

अध्ययन के लेखकों के अनुसार, कोवैक्सिन जैसे निष्क्रिय टीके (inactive vaccine), छोटे बच्चों के लिए अधिक सुरक्षित होते हैं.

प्रतिकूल प्रभाव के 374 मामले दर्ज किए गए, हालांकि उनमें से ज्यादातर गंभीर नहीं थे.

किसी भी समूह में कोई गंभीर घटना, मृत्यु, या टेस्ट से निकल जाने का मामला नहीं देखा गया.

इंजेक्शन के स्थान पर हल्का दर्द जैसे कुछ लोकल रिएक्शन सभी आयु समूहों में देखे गए. हालांकि, सभी समूहों में, 50 प्रतिशत से कम बच्चों में ऐसा देखा गया.

दर्द के अलावा, बच्चों को आमतौर पर हल्के से मध्यम बुखार हुआ था, खासकर पहली खुराक के बाद.

भारत में बच्चों के लिए COVID के टीके की क्या स्थिति है?

हालांकि कोवैक्सिन को 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों में प्रयोग के लिए EUA (ईमर्जन्सी यूज ऑथराइजेशन) प्राप्त है, अभी भारत में केवल 15 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को ही टीके दिए जा रहे हैं.

दूसरा वैक्सीन जो बच्चों के लिए उपलब्ध हैं, वह हैं Corbevax - यह केवल 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए है.

एक अन्य COVID वैक्सीन, Covovax, 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए शुरू की गई है, लेकिन यह केवल प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध है.

भारत बायोटेक द्वारा 17 जून को जारी एक बयान के अनुसार, अध्ययन डेटा अक्टूबर 2021 में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को दिया गया था. तब 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी.

लैंसेट में प्रकाशित पीयर रिव्यू स्टडी हालांकि, इसे कम आयु वर्ग के बच्चों में प्रयोग के लिए मंजूरी की सिफारिश करता है.

"बच्चों के लिए टीके की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. कोवैक्सिन के पास अब बच्चों में सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता (immunogenicity) साबित करने के लिए डेटा है."
कृष्णा एला, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, भारत बायोटेक, ने एक बयान में कहा

स्टेटमेंट के अनुसार, इस वैक्सीन का उपयोग वयस्कों और बच्चों दोनों में प्राथमिक खुराक और बूस्टर डोज के रूप में किया जा सकता है. इस कारण यह एक 'यूनिवर्सल' COVID वैक्सीन है.

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