Heat Wave Risks During Pregnancy: भारत के कई राज्यों से हीट वेव के कारण गंभीर बीमारी और मौत की खबरें सामने आ रही हैं. भीषण गर्मी के कारण 72 घंटों में कथित तौर पर 99 लोगों की मौत की बात कही जा रही है.
हीट वेव से होने वाला हीट स्ट्रोक समय पर सही इलाज नहीं मिलने से जानलेवा बन जाता है.
हीट वेव ऐसे तो सभी के लिए खतरनाक हैं पर बुजुर्ग, बच्चे, पहले से बीमार लोग और प्रेगनेंट महिलाओं के लिए ये घातक साबित हो सकता है.
एक्सपर्ट्स से जानते हैं हीट वेव से प्रेगनेंट महिला और गर्भ में पल रहे बच्चे को क्या रिस्क होता है? क्या हैं ओवर हीटिंग के लक्षण? प्रेगनेंट महिला ओवर हीटिंग से बचने के लिए क्या करें? हीट वेव से बचने के लिए क्या करें? गर्भवती महिला को हीट वेव से जुड़े किन इमरजेंसी संकेतों पर ध्यान देना चाहिए? हीट वेव में अच्छी नींद के लिए प्रेगनेंट महिला क्या करे?
क्या हीट वेव से प्रेगनेंट महिला और गर्भ में पल रहे बच्चे को हेल्थ रिस्क होता है?
एक्सपर्ट्स बताती हैं कि हीट वेव गर्भवती महिला और उनके गर्म में पल रहे शिशु दोनों के लिए रिस्की हो सकता है. पानी की कमी (डीहाइड्रेशन), गर्मी के कारण थकावट (हीट एग्ज़ॉस्शन) और हीट स्ट्रोक की शिकार बन सकती हैं.
"गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में, अगर बहुत ज्यादा गर्मी है और महिला पर्याप्त पानी नहीं पी रही है, तो गर्भ में पल रहे बच्चे में ब्लड की आपूर्ति और विकास प्रभावित हो सकता है."डॉ. एम. गौरी देवी, गायनेकोलॉजिस्ट एंड ऑब्सटेट्रिक्स, रिज फर्टिलिटी समूह
डॉ प्रियंका सुहाग कहती हैं कि लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने से पहले से मौजूद दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं जैसे हाइपरटेंशन और जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्याएं भी बढ़ सकती हैं, जो प्रेगनेंसी को और रिस्की बनाती हैं.
"अधिक गर्मी झेलने पर शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जो भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकता है और कई बार इस वजह से समय से पहले जन्म और जन्म के समय कम वजन का जोखिम बढ़ जाता है."डॉ. प्रियंका सुहाग, कंसल्टेंट, डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी, सी के बिरला हॉस्पीटल®, दिल्ली
क्या हैं ओवर हीटिंग के लक्षण?
प्रेगनेंट महिलाओं में ओवर हीटिंग के लक्षणों शामिल हैं ये सभी:
बहुत अधिक पसीना आना
चक्कर आना
मितली
सिरदर्द
हार्ट रेट तेज होना
बेहोशी
"बहुत अधिक पसीना आने से खुद को बचाएं और अगर गर्मी के कारण मतली महसूस होती है या दिल की धड़कन तेज हो रही है, तो डीहाइड्रेशन का खतरा हो सकता है."डॉ. एम. गौरी देवी, गायनेकोलॉजिस्ट एंड ऑब्सटेट्रिक्स, रिज फर्टिलिटी समूह
ओवर हीटिंग से बचने के लिए क्या करें?
डॉ. प्रियंका सुहाग सलाह देती हैं कि ओवरहीटिंग से बचने के लिए जल्द से जल्द किसी ठंडी जगह पर जाएं, आराम करें और तुरंत खुद को हाइड्रेट करें. ठंडी गीली पट्टी लगाने और नहाने से भी शरीर का तापमान कम करने में मदद मिलती है.
"इसके बावजूद लक्षण बने रहें या बिगड़ने लगें, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है ताकि हीट स्ट्रोक की वजह से कोई गंभीर जटिलता पैदा न हो".डॉ. प्रियंका सुहाग, कंसल्टेंट, डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी, सी के बिरला हॉस्पीटल®, दिल्ली
हीट वेव से बचने के लिए क्या करें?
प्रेगनेंट महिलाओं को हीट वेव के दौरान अपने शरीर का तापमान कम बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए.
ढीले और हल्के कपड़े पहनें
दिन में जब तापमान काफी बढ़ जाता है, तब घर के अंदर ही रहें
पंखे और एयर कंडीशनिंग का प्रयोग करें
ठंडे पानी से नहाएं
पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें
फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो
गर्दन, कलाइयों और माथे पर ठंडे पानी की पट्टियां रखने से भी फायदा होता है
"आजकल बहुत सी गर्भवती महिलाएं एक्सरसाइज करती हैं, मेरी सलाह है कि उन्हें गर्मी के दिनों में एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए. अगर एक्सरसाइज करना ही है, तो घर के अंदर सुबह जल्दी या देर शाम में करें. योग, पिलेट्स कर सकती हैं, ये चीजें उनकी मदद करेंगी."डॉ. एम. गौरी देवी, गायनेकोलॉजिस्ट एंड ऑब्सटेट्रिक्स, रिज फर्टिलिटी समूह
हीट वेव में अच्छी नींद के लिए प्रेगनेंट महिला क्या करें?
प्रेगनेंसी में पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण होता है लेकिन हीट वेव के दौरान ऐसा करना मुश्किल होता है. ऐसे में क्या करें, जानते हैं एक्सपर्ट्स से.
प्रेगनेंट महिलाओं को हल्के, कॉटन के कपड़े पहनकर आरामदायक बिस्तर पर सोना चाहिए
बेडरूम को ठंडा रखने के लिए पंखे या एयर कंडीशनिंग का इस्तेमाल करें
सोने से पहले ठंडे पानी से नहाएं
दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी बेहतर नींद में मदद मिलती है
बिस्तर के पास गीला कपड़ा या आइस पैक रखें
हवादार कमरे में सोएं ताकि रात में कमरे में गर्मी न हो
गर्भवती महिला को हीट वेव से जुड़े किन इमरजेंसी संकेतों पर ध्यान देना चाहिए?
"अगर उन्हें हीट स्ट्रोक होता है, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की भी आवश्यकता हो सकती है. क्योंकि शरीर का तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है, इसलिए हमें उन्हें ठंडा रखना होगा नहीं तो इससे उल्टी और बेहोश भी हो सकती है. परिवार के लोगों को सावधान रहना चाहिए."डॉ. एम. गौरी देवी, गायनेकोलॉजिस्ट एंड ऑब्सटेट्रिक्स, रिज फर्टिलिटी समूह
प्रेगनेंट महिलाओं को हीट वेव के दौरान कुछ इमरजेंसी लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए जैसे कि
तेज बुखार
तेज सिरदर्द
दिल की धड़कनें तेज होना
भ्रमित महसूस करना
बेहोशी छाना
भ्रूण की मूवमेंट कम होना
"कई बार शरीर में पानी की अधिक कमी की वजह से मुंह सूखने, पेशाब गाढ़ा होने और बहुत अधिक थकान की शिकायत भी हो सकती है. ऐसा होने पर इस ओर तत्काल ध्यान देना चाहिए."डॉ. प्रियंका सुहाग, कंसल्टेंट, डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी, सी के बिरला हॉस्पीटल®, दिल्ली
मां और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को किसी भी प्रकार की जटिलताओं से बचाने के लिए इन लक्षणों की अनदेखी न करें, तुरंत मेडिकल हेल्प लें.
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